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________________ ठाणं 1 निसीही 2 उच्चारमाई 3 तह सद्द 4 रूव 5 परकिरिया 6 / अन्नुन्नकिरियविसया 7 आयारे सत्त सत्तिक्का // 788 // निव 1 सिट्ठि 2 इत्थि 3 पुरिसे 4 परपवियारे य 5 सपवियारे य 6 / अप्परयसुर 7 दरिद्दे 8 सड्ढे 9 हुज्जा नव नियाणा // 789 // उग्गम 1 उप्पा 2 एसण 3 परिहर 4 परिसाड 5 तह य नाणतिगे 8 / संरक्खणा 9 वियत्ते 10 उवघाया दस इमे हुंति // 790 // अट्ठा 1 णट्ठा 2 हिंसा 3 कम्मा 4 दिट्ठी अ 5 मोस 6 दत्ते य 7 / अज्झप्प 8 माण 9 मित्ते 10 माया 11 लोभे 12 भिया 13 तेर // 791 // . इच्चाइअणेगगुणगण-कलिया ललिया य सारणाईसु / . सामन्ना अवि मुणिणो जत्थ गणे एरिसा हुंति // 792 / / एरिसमुणिसमुदाओ जिणआणाकारओ य सो गच्छो / अण्णो सो कागणु व्व नडपेडनिहो य लोयाणं // 793 // एगो साहू एगा य साहूणी सावओ य सड्डी वा / आणाजुत्तो संघो सेसो पुण अट्ठिसंघाओ // 794 // निम्मलनाणपहाणो दंसणजुत्तो चरित्तगुणवंतो / तित्थयराण य पुज्जो वुच्चइ एयारिसो संघो // 795 // सव्वो वि नाणदंसणचरणगुणविभूसियाण समणाणं / समुदाओ होइ संघो गुणसंघाउ त्ति काऊणं // 796 // इक्को वि नीईवाई अवलंबतो विसुद्धववहारं / सो होइ भावसंघो जिणाण आणं अलंघतो // 797 // तित्थं चाउव्वण्णो संघो संघो वि इक्कगो पक्खो / चाउव्वण्णो वि संघो सायरिओ भण्णए तित्थं // 798 / / तित्थं तित्थे पवयणाणि संगोवंगे य गणहरे पढमे / ... जो तं करेइ तित्थं-करो य अण्णे कुतित्थिया . // 799 // '210
SR No.004452
Book TitleShastra Sandesh Mala Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinayrakshitvijay
PublisherShastra Sandesh Mala
Publication Year2005
Total Pages310
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
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