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________________ तत्थ न मुहुत्तमित्तं वसियव्वं सुविहिएहिं साहूहिं / जइ सामण्णा मुणिणो ना गुणिणो वओ वरं गेहं // 704 // छन्वय 6 छकायरक्खा 12 पंचिंदिय 17 लोहनिग्गहो 18 खंती 19 / भावविसुद्धी 20 पडिलेहणाइकरणे विसुद्धी य 21 // 705 // संजमजोए जुत्तो 22 अकुसलमणवयणकायसंरोहो 25 / सीयाइपीडसहणं 26 मरणं उवसग्गसहणं च 27 (1) // 706 // सत्तावीसगुणेहिं अन्नेहिं जो विभूसिओ साहू / . जिणपासायपवेसे दुयारसमो रम्मगुणनिवहो // 707 // उरग-गिरि-जलण-सागर-नहतल-तरुगणसमो य जो होइ / भमर-मिग-धरणि-जलरुह-रवि-पवणसमो य सो समणो // 708 // तो समणो जइ सुमणो भावेण य जइ ण होइ पावमणो / सयणे य जणे य समो समो यं माणाऽवमाणेसु // 709 // पंचमहव्वयभावण-भाविल्लो 25 दव्वभाव 2 भेएहिं 27 (3) / पणवीसमसुहभावण-मुज्झइ 25 तहरागदोसेहिं 2 27 (4) // 710 // दस समणधम्म 10 बंभ-व्ययगुत्ती 9 अट्ठसमयमायाओ 8 / धारेइ सगवीसं 27 निच्चमुज्जु य ववहारे (5) // 711 // सुहझाणदुगचउक्कग 8 नाणाइतियं 3 च मित्तीचउक्कं च / इक्किकं चउभेयं 16 इय सगवीसं सया धरइ 27 (6) // 712 / / असुहझाणदुगस्स चउक्कगं 8 तह कसाय सोलसगं 16 / नाणाइविराहणतिगं 3 इइ सगवीसं 27 सया चयइ (7) // 713 / / पिंडेसण 7 पाणेसण 7 सत्तिकासत्त 7 असुहछन्भासा 6 / धाई 21 चयइ निच्चं सगवीसगुणा 27 मुणीणं च (8) // 714 // सच्चवयणाण दसगं 10 संजमभेया हवंति सत्तरस 17 / एवं सगवीसगुणा 27 मुणीण मुक्खत्थिपवराण (9) // 715 // 203
SR No.004452
Book TitleShastra Sandesh Mala Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinayrakshitvijay
PublisherShastra Sandesh Mala
Publication Year2005
Total Pages310
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
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