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________________ पपत्ताए। तित्थयरगुणा पडिमासु नत्थि त्ति न संसयं वियाणंतो / तित्थयरो त्ति ण मंतो सो पावइ निज्जरा विउला // 309 // जह सिद्धा संपुण्णा गुणेहिं सत्ताइ नोवियत्तीए / तह दव्वसिद्धरूवा पडिमा अज्झप्पजोगेण // 310 // जइ नो ता खलु एवं तब्भावणभावमाणभव्वाणं / . कहमेयारूवं चिय पयडइ ता सिद्धरूंवत्तं // 311 // जइ अप्पभावपगुणं विसुद्धहेऊ जणेइ झाणाणं / ता अण्णा सव्वपडिमा त्थीपमुहा गुणकरी किं तो // 312 // . लिंगं जिणपन्नत्तं जइ वि नमंतस्स निज्जरा विउला / ... जइ वि गुणविप्पहीणा वंदइ अज्झत्थसोहीए // 313 // संता तित्थयरगुणा तित्थयरे तेसिमंतु अन्नत्थ / न य सावज्जा किरिया इयरेसु धुवा समणुपन्ना // 314 // जत्थ सावज्जा किरिया नत्थि पडिमासु एवमियरा वि / तयभावे णत्थि फलं अह होइ अहेउगं होऊ // 315 // कामं उभयाभावो तह वि फलं अस्थि मणविसुद्धीए / तीए पुण मणसुद्धी कारणं हुंति पडिमाओ // 316 // जइ विय पडिमासु जहा मुणिगुणसंकप्पकारणं लिंगं / उभयमवि अस्थि लिंगे न य पडिमासूभयं अस्थि // 317 // नियमा जिणेसु य गुण पडिमा उद्दिस्स जे मणे कुणइ / अगुणे उ वियाणंता कं नमओ मणा गुणं काउं // 318 / / जह वेडंबगलिंगे जाणंतस्स नमओ हवइ दोसो। . निद्धंधसमिय नाऊणं वंदमाणे धुवं दोसा - // 319 // जिणपडिमा वि तयंगं सकहाइ अत्थि जत्थ तट्ठाणे / / अच्छरसाहिं समं चिय कुणंति किरुं न सुरनिवहा // 320 / / 100
SR No.004452
Book TitleShastra Sandesh Mala Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinayrakshitvijay
PublisherShastra Sandesh Mala
Publication Year2005
Total Pages310
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
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