________________ गंठी मुरुडगूढं सुत्तं समदंड मयणवट्टो य / पालित्त मयणगालण लट्ठीतर लाबुसिव्वणया // 115 // अगए विसकर जवमेत्त वेज्ज सयवेह हथिवीमंसा / मंतिपडिवक्खअगए दिढे पच्छा पउत्ती उ // 116 // गणिया रहिए एक सुकोस सड्डि त्ति थूलभद्दगुणे / रहिएण अंबलुंबी सिद्धत्थगणट्टदुक्करया // 117 / / सीता साडी कजं दीहं तण गच्छ कुंचपइवाणी / लेहायरियपणामण अवहम्मि तहा सुसिस्साणं // 118 // णिव्वोदे पोसियजार खुरकए रत्तितिसियदगमरणे / उज्झय णाविय पुच्छा णाए तयगोणसुवलद्धो // 119 // गोणे णेत्तुद्धरणं घोडगजीहाइ पडणमो उवरि / मंदमई ववहारे रिउ त्ति मंतिस्स अणुकंपा // 120 // कम्मयबुद्धीए वि हु हेरण्णियमातिया तदब्भासा / पगरिसमुवेति तीसे तत्तो. णेयम्मि लहुसिद्धी // 121 / / हेरण्णिओ हिरण्णं अब्भासाओ. णिसि पि जाणेइ / एमेव करिसगो वि हु बीयक्खेवाति परिसुद्धं // 122 // एमेव कोलिगो वि हुं पुंजा माणाइ अविगलं मुणइं / डोए परिवेसंतो तुल्लं अब्भासओ देइ . // 123 // मोत्तियउक्खेवेणं अब्भासा कोलवालपोतणया / घडसगडारूढस्स वि एत्तो च्चिय कूवगे धारा // 124 // . . पवए तरंडचागा सम्मं तरणं नहम्मि वा एयं / तुण्णाए पुण तुण्णण मणायसंधिं दुयं चेव // 125 // वडइ रहाइदारुगपमाणणाणमह वेहदक्खत्तं / एमेव पूइयम्मि वि मासाइदले मुणेयव्वं // 126 // . 127