________________ जो कुणइ रज्जचायं गेहति सो वत्थमो असद्धेयं / एत्तो च्चियं गुणभावा भिक्खागहणं व सद्धेयं // 1128 // लोगम्मि उ णिगिणतं सिद्धमवत्थागयं जिणिदस्स / / तं चेव गेण्हिउं न य जुज्जइ एत्थं असग्गाहो // 1129 // अन्नं च दव्वलिंगं एतं भावे तु चरणपरिणामो / सो उत्तमो जिणस्सा तारिसगो कह णु तम्हाणं ? // 1130 // ता एत्थ वेज्जणायं अवलंबिय संजमम्मि जइयव्वं / तल्लिंगधरणगाहो ण उ एगंतेण कायव्वो // 1131 // हत्थप्पत्तम्मि फले रुक्खग्गवलंबणं मुहेमादि / एतेणं पडिसिद्धं जं वइमेत्तं इमं ठवियं // 1132 // सिझंति ण तुससहिया साली मुग्गेहिं एत्थ वभिचारो / देहच्चागा मोक्खे असिलिटुं चेव नायव्वं // 1133 // जियलज्जो णिगिणो किल इत्थीमादिसु मोहहेऊओ / एतं पि न जुत्तं चिय पाएण कयं पसंगेणं // 1134 // रातीभोयणविरती दिट्ठादिट्ठप्फला सुहा चेव / दिट्ठमिह जरणमादी इतरं हिंसाणिवित्ती उ // 1135 // उत्तरगुणा उ चित्ता पिंडविसुद्धादिया पबंधेण / नेया सभेयलक्खण सोदाहरणा जहा सुत्ते // 1136 // एसो उ भावधम्मो भणिओ परमेहिं वीयंरागेहिं / सव्वत्रूहि सुत्ते पवंचतो सव्वदरिसीहिं . // 1137 // चोएति कहं रागादिदोसविरहो हविज्ज सत्तस्स ? तद्धम्म च्चिय जम्हा अणादिमंता य ते तस्स // 1138 // धम्मा य धम्मिणो किं भिन्नाऽभिन्न ति? पढमपक्खम्मि / सव्वे वि वीयरागा सत्ता को तम्मि उ विसेसो ? // 1139 // 95