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________________ रोगवर्द्धक. इस पाउडर में जिलेटिन, केमिकल्स आदि मिलाये जाते हैं। 7. मेन्टोस- इसमें हड्डी का चूर्ण मिलाया जाता है। 8. जैली - रंग बिरंगी रब्बर जैसी नरम, गीली और उपर शक्कर से युक्त पीपर जिसमें जिलेटिन का प्रयोग होता है। 9. वाइन बिस्किट- इसमें अण्डे का __ रस मिलाया जाता है। प्र.544.आप वरक (वरख) का भी निषेध करते हैं वह भला क्यों?' उ. वरक की निर्माण विधि हिंसा से परिपूर्ण : है। पूना की एक संस्था (Beauty without Cruelty) ने वरक बनाने की विधि का अध्ययन करते हुए बताया है कि वरक निर्माण में पशु के ताजा चमड़े का ही प्रयोग किया जाता है क्योंकि * 'एक दिन का भी पुराना चमडा इसके निर्माण में अयोग्य होता है। जिन पशुओं की चमड़ी मुलायम, नरम है, उनके चमडे का इस हिंसाकारी .. प्रक्रिया में उपयोग किया जाता है। पशुओं की आंतों से झिल्ली अलग करके रसायन के घोल में भिगोकर सूखायी जाती है फिर सूखी झिल्ली के पौच बनाकर उनमें चांदी के पतले टुकडे रखे जाते हैं और लकड़ी के हथोडे से लगभग 5-6 घण्टे तक कूटने से चांदी फैलकर वरक बन जाती है। बैल की आंत का वर्क में विशेष प्रयोग होता है क्योंकि कूटने से भी वह फटती नहीं है। वरक निर्माण में प्रतिवर्ष लगभग 37 लाख 50 हजार पशुओं का वध किया जाता है। वर्क में मांस, अस्थि, लार, मल, बाल आदि हानिकारक तत्व भी पाये जाते हैं जोकि वैज्ञानिक प्रयोग के द्वारा सिद्ध हो चुका है। आजकल नकली वरक भी बनने लगे हैं जिसमें निकल, शीशा, मेंगनीज एल्युमीनियम आदि विषेले पदार्थ पाए गये हैं। स्वास्थ्य विज्ञानानुसार इससे कैंसर आदि घातक बीमारियां होती है। एल्युमिनियम प्रत्यक्षतः स्वास्थ्य के लिये जहर है। मिठाई, फल एवं प्रतिमा की आंगी में वरक का उपयोग करना जिन धर्म एवं दया धर्म के सर्वथा विरूद्ध है। *************** 21] *** *******
SR No.004444
Book TitleJain Jivan Shailee
Original Sutra AuthorN/A
AuthorManitprabhsagar, Nilanjanashreeji
PublisherJahaj Mandir Prakashan
Publication Year2012
Total Pages346
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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