________________ 228 बृहत्कल्पचूर्णिः // [पीठिका 198 140 सोउं अणभिगताणं सोच्चा पत्तिमपत्तिय सोच्चा व अभिसमेच्च व सोतूणं अहिसमेच्च सो भविय सुलभबोही सो वि य सीसो दुविहो 787 548 134 112 717 776 784 545 134 111 714 30 181 196 773 454 449 486 119 127 130 482 503 500 504 131 501 128 744 188 741 हत्थायामं चउरस हत्थोवघाय गंतूण हरिते बीए चले जुत्ते हरिते बीएसु तहा हायंते परिणामे हिंडतु गीयसहाओ हिंडाविति ण वा णं हेट्ठिल्ला उवरिल्ला० हेट्ठिल्ला उवरिल्ले० होति असीला णारी होति पदत्थो चउहा होहिइ व णियंसणियं होति बिले दो दोसा 751 603 673 87 190 154 171 748 600 670 328 649 166 120 .. 326 646 451 456