________________ 554 श्री राजेन्द्र यतीन्द्र जैनागम हिन्दी प्रकाशन नियुक्ति 348 आचारांग सूत्र में प्रथम श्रुतस्कंधके नव अध्ययनमें अनुक्रमसे सात छह चार चार पांच आठ आठ एवं चार उद्देशक हैं... अध्ययन - 1 उद्देशक - 7 अध्ययन - 2 उद्देशक - 6 अध्ययन - 3 उद्देशक - 4 अध्ययन - 4 उद्देशक - 4 अध्ययन - 5 उद्देशक - 5 अध्ययन -6 उद्देशक - 8 अध्ययन - 7 उद्देशक - - अध्ययन - 8 उद्देशक - 8 अध्ययन - 9 उद्देशक - 4 प्रथम श्रुतस्कंधमें कुल - 46 उद्देशक नियुक्ति 349 आचारांग सूत्रके दुसरे श्रुतस्कंधमें सोलह अध्ययन हैं... . अध्ययन - 1 उद्देशक - 11 अध्ययन - 2 उद्देशक - अध्ययन - 3 उद्देशक - अध्ययन - 4 उद्देशक - 2 अध्ययन - 5 उद्देशक - 2 अध्ययन -6 उद्देशक - 2 अध्ययन - 7 उद्देशक - 2 यह पहली सात अध्ययनकी सप्तकिका हुइ, दुसरे सात अध्ययनकी दुसरी सप्तकिका में सातों अध्ययनके उद्देशक नहि है... अतः 8 से 14 अध्ययन हुए तथा (15) पंद्रहवे अध्ययन स्वरूप तीसरी चूलिका एवं (16) सोलहवे अध्ययन स्वरूप चौथी चूलिका है... इन चूलिकाओंमें भी उद्देशक नहि है... अध्ययन - 8-14 द्वितीय चूलिका सप्तसप्तैकिका अध्ययन - 15 तृतीय चूलिका भावना अध्ययन अध्ययन - 16 चतुर्थ चूलिका विमुक्ति अध्ययन 卐卐卐 Www