________________ श्री राजेन्द्र यतीन्द्र जैनागम हिन्दी प्रकाशन (श्री राजेन्द्र सुबोधनी आहोरी हिन्दी टीका) प्रथम आगम सूत्र आचाराङ्ग के प्रथम भाग के सुकृत के द्रव्य सहयोगी श्री छगनराजजी नगराजजी वजावतकी स्मृति में... धर्मपत्नी श्रीमती जडावीबाई छगनराजजी वजावत, सुपुत्र डॉ. रणजीतमल, कान्तिलाल, किरणकुमार, अशोककुमार, किशोरकुमार, महावीरकुमार... श्री सिद्धाचल पालीतणा मे 150 यात्रीयों को नवाणु यात्रा करवाने का लाभ लिया, श्री मोहनखेडा तीर्थके मुख्य मंदिर का शिलान्यास भी करवाने का लाभ लिया, आहोर में आचार्य श्री हेमेन्द्रसूरीश्वरजी म. आचार्यपद प्रदान समारोह व तनकु में प्रतिष्ठा महोत्सव व समारोह में एवं पेदमीरम् तीर्थ में विशाल गुरु मंदिर के प्रतिष्ठा महोत्सव में फलेचुनडी बडी नवकारशी का लाभ लेकर स्वामि भक्ति का परिचय दिया... श्री छगनराजजी नगराजजी वजावत आहोर (राजस्थान)