________________ श्री राजेन्द्र यतीन्द्र जैनागम हिन्दी प्रकाशन (श्री राजेन्द्र सुबोधनी आहोरी हिन्दी टीका) प्रथम आगम सूत्र आचाराङ्ग के प्रथम भाग के सुकृत के द्रव्य सहयोगी मरुधर के आहोर नगर मे परम पूज्य कलिकाल सर्वज्ञ कल्प अभिधान राजेन्द्र कोष के निर्माता भट्टारक आचार्यदेव श्रीमद् विजय राजेन्द्रसूरीश्वरजी महाराज के शुभ करकमलो से सम्वत् 1955 फागण वदि 5 गुरुवार को 951 जिन बिम्बो पर अपना नाम देनेवाले बाफना गौत्रीय मूथा श्री जसरुपजी जीतमलजी के वंशज एवं श्री मोहनखेडा तीर्थ ट्रस्ट के इ.सन् 1975 से 1991 तक उपाध्यक्ष पद पर रहे श्री घेवरचन्द्रजी की स्मृति में ह : श्रीमती सुमटीबाई... आपके द्वारा आहोर गुरु मन्दिर के आगे सभा मण्डप बनवाया व श्री मोहनखेडा तीर्थ में श्री यतीन्द्र क्रिया उपाश्रय के बाफना श्री घेवरचन्दजी जेठमलजी आगे मख्य आर्च पर नाम दिया, जीर्णोद्धार में तन मन धन से पूर्ण आहोर (राजस्थान) सहयोग दिया / आपके पुत्र विमलकुमार, पौत्र कीर्तिकुमार, जन्म : वि.सं. 1974 स्वर्गवास : वि.सं. 2049 रोहितकुमार बाफना मूथा है... फर्म : सेठ घेवरचन्द ज्वेलर्स (आन्ध्र)