________________ 32. पञ्चाशक टीका 33. दशवैकालिक बृहवृत्तिटीका 34. धर्मबिन्दु 35. ज्ञाता धर्मकथांगसूत्र टीका 36. श्री भगवती सूत्र टीका 37. श्री स्थानांगसूत्र टीका 38. निशीथ चूर्णि 39. आवश्यक बृहद् वृत्ति 40. श्राद्धविधिप्रकरण हिन्दी विवेचन 41. श्रावकधर्मविधि प्रकरण एवं पञ्चशक 42. पञ्चवस्तुक टीका 43. पञ्चवस्तुक 44. श्रावक प्रज्ञप्ति 45. स्थानांग सूत्र 46. अभिधान राजेन्द्र कोष 47. श्राद्धविधि प्रकरण श्राद्धविधि हिन्दी विवेचन 49. श्री उपासकद शाङ्गसूत्र 50. श्री ज्ञाताधर्मकथांगसूत्र श्रावक प्रज्ञप्ति 52. श्रावक प्रज्ञप्ति 53. धर्मबिन्दु 54. श्रावक धर्म विधि प्रकरण 55. समराइच्च कहा 56. श्रावक प्रज्ञप्ति 57. समराइच्च कहा 58. पञ्चाशक 9. पञ्चाशक टीका 60. तत्त्वार्थ भाष्य 61. ज्ञाताधर्मकथांग सूत्र 62. श्रावक प्रज्ञप्ति टीका 63. पञ्चाशक टीका 64. तत्त्वार्थ सूत्र पृ. 195 से 107 पृ. 101 से 106 अ. 2 पृ. 18. 19 श्रु. 1, अ.१६ श. 2, उद्दे 1 स्था 4, उद्दे. 4 उद्दे. 1 अध्याय. 4 पृ. 62 गा. 2 पृ. 5,6 गा. 1006 गा. 3,4 स्था. 4 उद्दे. 4 भाग.७, पृ७८१ गा.४ पृ. 59 अ.१ अ.५ गा.७ गा.७ अ. ३/सू. 15 गा. 13 पृ. 43, 44. गा. 6 पृ. 83 . गा. 2 पृ. 12 पृ. 335 अ.५ पृ. 76 पृ. 12 अ.न./सू. 15 [ आचार्य हरिभद्रसूरि का व्यक्तित्व एवं कृतित्व VI A VINA चतुर्थ अध्याय | 3121