________________ 230.. ध्यानशतक हारिभद्रीयवृत्ति 231. तत्त्वार्थ हारिभद्रीयवृत्ति 232. तत्त्वार्थ हारिभद्रीयवृत्ति *233. स्थानांगसूत्र 234. समवायांग सूत्र 235. श्री भगवतीजी सूत्र 236. औपपातिक सूत्र 237. तत्त्वार्थसूत्र 238. तत्त्वार्थ हारिभद्रीय टीका 239. वही 240. तत्त्वार्थ भाष्य 241. श्री भगवतीजी सूत्र 242. स्थानांगसूत्र 243. बौद्धदर्शन मीमांसा 244. पंचास्तिकाय 245. अनुयोग मलधारीयवृत्ति 246. अनुयोग हारिभद्रीयवृत्ति 247. पंचास्तिकाय तात्पर्यवृत्ति 248. धर्मसंग्रहणी टीका भाग प्रथम 249. प्रज्ञापना टीका स्था. हिन्दी अनुवाद 250. ध्यानशतकवृत्ति हारिभद्रीय 251. धर्मसंग्रहणी प्रथम भाग 252. धर्मसंग्रहणी की टीका * * 253. पंचास्तिकाय 254. उत्तराध्ययन सूत्र 255. ध्यानशतक 256. ध्यानशतक हारिभद्रीय वृत्ति 257. षड्दर्शन समुच्चय टीका 258. षड्दर्शन समुच्चय 259. प्रज्ञापना टीका (स्था.हिन्दी अनुवाद) 260. आचारांग टीका (हिन्दी आहोरी टीका) 261. उत्तराध्ययन बृहद्वृत्ति 262. पंचास्तिकाय पृ. 45 अ. 5/18 पृ. 221 स्था.३, उद्दे.१, सूत्र.५ सम.१, सूत्र.७ श.१२, उद्दे.७, सू.७ सूत्र 56 अ. 515 पृ. 214 पृ. 216 पृ. 257 श.२, उद्दे. 10 स्था.५, उद्दे.३, सू. 172 पृ. 198 गा.१०१, 102 पृ. 67 पृ. 42 पृ. 55 पृ. 40 जीव प्रज्ञापना. पृ.३५ पृ. 45 गा. 35 पृ. 40 गा. 59 28/10 गा. 55 पृ. 47 पृ. 337 का. 48,49 प्रथम पद पृ. 30 पृ. 58 पृ. 561 गा. 27 आचार्य हरिभद्रसूरि का व्यक्तित्व एवं कृतित्व VIIIIIII VA द्वितीय अध्याय 1950