________________ मु. टि. अन्तकृद्दशा / अंतगडदसांग भग०/भगवती ठाणं 77 हर्षपुष्पा० बेचरदास संपा. दयाविमलग्रंथमाला ___24 दशाश्रुतस्कंधटीका 23, 110 मुद्रित संस्करणगत टिप्पणम् प्रवचनसारोद्धार अन्तकृद्दशांगसूत्र भगवतीसूत्र स्थानाङ्गसूत्र उत्तराध्ययन नन्दिसूत्र कल्पसूत्र 112 हर्षपुष्पामृतग्रंथमाला (जामनगर) प्रकाशित औपपातिकसूत्र 131 पं. बेचरदास संपादित राजप्रश्नीय संस्करण (टीकासहित) 136 श्रीसिद्धहेमशब्दानुशासन 137 दयाविमलग्रंथमालाप्रकाशित औपपातिकसूत्र (टीकासहित) 141 संक्षिप्तः पाठः 154 अंगुत्तरनिकाय , 156, मज्झिमनिकाय 156 ललितविस्तर 156, 157 अनुयोगद्वार 157 आवश्यकनियुक्ति 157 आवश्यकचूर्णि 157 निशीथचूर्णि 157 अंगुत्तरनिकाय (हिंदी अनुवाद) 157 अनुयोगद्वारटीका 157 रामायण 157 दीघनिकाय अट्ठकथा 157 अभिधानवाचस्पतिकोशः 157 सं.पा. आवश्यकनि. महावग्ग 157