________________ सिद्धासन . AR M .... -. . - .... . - - .. - -. -.. सिद्धासन सिद्धासन (पुरुषों के लिए) विधि पैरों को सामने फैला कर बैठ जाइये / बाएँ पैर को मोड़िये और उसके तलवे को दायीं जाँघ से इस प्रकार सटा लीजिये कि एड़ी का दबाव सिवनी (पेरीनियम- प्रजनन अंग और गुदा द्वार के मध्य का भाग) पर रहे। दायें पैर को मोड़िये और इसके पंजे को बायीं पिण्डली के ऊपर रखिये। प्रजनन अंग के ठीक ऊपर बस्ति की हड्डी पर अपनी दायीं एड़ी का दबाव रखिये। दायें पैर की अंगुलियों तथा पंजे के बाहरी भाग को बायीं पिण्डली और जाँघ की मांसपेशियों के बीच में फँसाइये / इसके लिए हो सकता है कि आपको बायें पैर को अपने स्थान से थोड़ा हटाना पड़े। बायें पैर की अंगुलियों को ऊपर या नीचे से पकड़ कर दायीं पिण्डली व जाँघ के बीच में फँसाइये।