________________ ज्येष्टिकासन ज्येष्टिकासन ज्येष्टिकासन विधि पैरों को सीधे रखते हुए पेट के बल लेट जाइये। हाथों की अंगुलियों को एक-दूसरे में फँसा कर सिर के पिछले भाग पर . रख लीजिए। शवासन की तरह पूरे शरीर को ढीला छोड़ते हुए श्वास-प्रश्वास का ध्यान कीजिये। श्वास सहज, स्वाभाविक एवं लयपूर्ण / एकाग्रता श्वास-प्रश्वास पर। लाभ गर्भ के समय महिलाओं के लिये लाभकारी है क्योंकि यह गर्भाशय की मांसपेशियों को शिथिल करता है।