________________ सलाह ली जाये / यदि किसी आसन में अत्यधिक कष्ट या बेचैनी हो तो उस स्थिति में अधिक देर न रुकिये, आसन समाप्त कर दीजिये। . विपरीत आसन यदि आँतों में वायु, अत्यधिक उष्णता या रक्त अत्यधिक अशुद्ध हो तो सिर के बल किये जाने वाले आसन न किये जायें। विषैले तत्व मस्तिष्क में पहुँचकर उसे क्षति न पहुँचा सकें, इसके लिये यह सावधानी बहुत महत्वपूर्ण 14.