________________ जालन्धर बन्ध (प्रकारान्तर) जालन्धर बन्ध (प्रकारान्तर) . विधि पैरों को लगभग आधा मीटर दूर रखते हुए खड़े हो जाइये / सामने झुकिए। हाथों को घुटनों के ठीक ऊपर रखिये | दीर्घ रेचक या पूरक कीजिये। कुम्भक लगाइये। ठुड्डी को छाती पर लगाइये। दबाव को अधिक कड़ा करने के लिए हाथों पर बलं दीजिये / कुम्भक की क्षमतानुसार इस अन्तिम अवस्था में रुकिये / बन्ध को ढीला कीजिये। सिर को ऊपर उठाइये। तत्पश्चात् अभ्यास के अनुकूल पूरक या रेचक कीजिये। 290