________________ सन्तुलन आसन सन्तुलन आसन प्रकारान्तर (1) प्रकारान्तर (2), (3) सन्तुलन आसन विधि मार्जारि आसन में नितम्बों को उठाइये तथा घुटनों को सीधा कर सुमेरु आसन कीजिये / कंधों को सामने लाइये। नितम्बों को नीचे करते हुए शरीर को सीधे तनी हुई स्थिति में लाइये / 1. एक हाथ को उठाकर शरीर को विपरीत दिशा में घुमाइये / पुनः मूल अवस्था में आइये / इस क्रिया को दूसरी ओर से दुहराइये / 2. एक हाथ को उठाकर पीठ के पीछे रखिये / जितनी देर सम्भव हो, इस दशा में स्थिर रहिये / तत्पश्चात् हाथ को हटा लीजिये। 3. एक पैर को ऊपर उठाकर पीछे ऊपर की ओर सीधा कीजिये / जब तक संभव हो, इस स्थिति में पैर को रखिये / तत्पश्चात् नीचे कर लीजिये। श्वास मूल अवस्था में सामान्य / प्रकारांतर क्रियाओं में भीतर रोकी जायेगी। समय जितना अधिक सम्भव हो, इस आसन का अभ्यास कीजिये | लाभ 'नाड़ी-संस्थान के सभी भागों को लाभ पहुंचाता है। 234