________________ पर्वतासन पर्वतासन पर्वतासन विधि 'पद्मासन में बैठिये। किसी बिन्दु पर दृष्टि को एकाग्रं कीजिये / हाथों का सहारा लेकर घुटनों के बल उठिये। नितम्बों एवं छाती को तना हुआ रखिये। . . . क्रमशः दोनों हाथों को सीधा सिर के ऊपर उठाइये / श्वास * स्वाभाविक श्वसन के साथ अभ्यास कीजिये / समय जितनी देर आपसे बन सके। एकाग्रता यह संतुलन का कठिन आसन है, अतः एकाग्रता शारीरिक संतुलन पर ही होनी चाहिये। लाभ नाड़ी संस्थान में संतुलन प्राप्ति में सहयोग देता है। - 220