________________ पृष्ठासन पृष्ठासन पृष्ठासन . विधि पैरों में कम से कम 1 फुट का अंतर रख कर सीधे खड़े हो जाइये। : हाथों को उठाते हुए शरीर को कमर से पीछे की ओर झुकाइये। हाथों को घुमाकर पैरों के टखनों को पकड़ लीजिये / सिर को पीछे झुकाइये और पीठ तथा सिर को जमीन के नजदीक लाने का प्रयल कीजिये / सीधे खड़े हो जाइये / इसी क्रिया को दुहराइये / एकाग्रता आध्यात्मिक : मणिपुर चक्र पर। शारीरिक : पीठ की मांसपेशियों को शिथिल करने में। .. क्रम इसके बाद आगे की ओर झुकने वाला आसन अवश्य करें। सीमाएँ उच्च रक्तचाप, हृदय - विकार, पेट के अल्सर या पीठ के दोष में न करें। लाभ उदर संस्थान के स्नायुओं व मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। . . 164