________________ है ? अभ्यास के दौरान होने वाली विभिन्न गतियाँ शरीर के विभिन्न भागों से संबंधित स्नायुओं की धीरे - धीरे मालिश करके उन्हें शिथिल एवं शक्ति- सम्पन्न करती है। संक्षेप में, जो अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हैं उन्हें सूर्य नमस्कार के अभ्यास से वैसा स्वास्थ्य मिलता है और ऐसा कौन है जो अच्छे स्वास्थ्य की इच्छा न रखता हो ? अतः हम सभी व्यक्तियों से सूर्य नमस्कार करने का अनुरोध करते हैं, चाहे वे स्वस्थ हों या अस्वस्थ, युवक हों या वृद्ध, बड़े हों या छोटे, पुरुष हों या स्त्री। सन्दर्भ यहाँ सूर्य नमस्कार का केवल मुख्य विवरण दिया गया है / विस्तृत विवरण के लिए पाठकों को 'सूर्य नमस्कार' नामक पुस्तक पढ़नी चाहिए जो बिहार योग विद्यालय, मुंगेर अथवा सम्बन्धित संस्थाओं से प्राप्त की जा सकती है। 125