________________ स्थिति 8 : पर्वतासन यह स्थिति 5 की आवृत्ति है। ____ॐ मरीचये नमः स्थिति 9 : अश्व संचालनासन - यह स्थिति 4 की आवृत्ति है। मंत्र . ॐ आदित्याय नमः स्थिति 10 : पादहस्तासनः ... यह स्थिति 3 की आवृत्ति है। मंत्र - ॐ सवित्रे नमः स्थिति 11 : हस्त उत्तानासन - यह स्थिति 2 की आवृत्ति है। ॐ अर्काय नमः . . स्थिति 12 : प्रार्थना की मुद्रा 1. यह अन्तिम स्थिति प्रथम स्थिति की आवृत्ति है। ॐ भास्कराय नमः स्थिति 13-24 1 से 12 तक वर्णित स्थितियाँ मिलकर सूर्य नमस्कार का आधा चक्र हुआ / शेष स्थितियों को थोड़े रूपान्तर से दुहराना पड़ता है। 121