________________ दोलासन दोलासन दोलासन विधि पैरों के मध्य 2-3 फुट का फासला लेकर सीधे खड़े हो जाइये / कन्धों के दोनों तरफ जमीन के समानान्तर अपनी भुजाओं को फैला दीजिये। हथेलियाँ नीचे की तरफ रहें। श्वास लीजिये / हथेलियों को ऊपर की ओर कीजिये / मुट्ठी बाँधिये, भुजाओं को झुकाइये / सिर के पीछे. गर्दन पर मुट्ठियों को रखिये। . शरीर के ऊपरी भाग को थोड़ा दाहिनी तरफ घुमाइये / श्वास छोड़कर सामने की ओर इतना झुकिये कि सिर दाएँ घुटने से छूने लगे / श्वास को बाहर ही रोकिये, सिर और ऊपरी धड़ को दाएँ से बाएँ फिर बाएँ से दाएँ घुटने तक वापस झुलाइये। तीन बार दुहराइये / फिर दाएँ घुटने से वापस ऊपर आ जाइये। इसी अभ्यास को दुहराइये लेकिन इस बार सीधी स्थिति से बाएँ घुटने पर झुकिये। टिप्पणी पूरे आसन के अभ्यास के दौरान पैर सीधे रहें। समय शरीर के प्रत्येक तरफ से 5-5 बार कीजिये। लाभ भुजाओं, कन्धों व पीठ को मजबूत व लचीला बनाने के लिए यह श्रेष्ठ आसन है। यह कमर को शक्तिशाली और पतला बनाता है। रीढ़ के निचले भाग के स्नायुओं के दबाव को सामान्य करता है। 112