________________ समकोणासन प्रथम अवस्था अवस्था समकोणासन विधि . हाथों को बगल में रखकर तथा पैरों के पंजों को मिलाकर खड़े हो जाइये / अंगुलियाँ सामने की ओर रखते हुए हाथों को सिर के ऊपर उठाइये / कमर से झुककर समकोण की स्थिति में सामने देखते हुए कुछ समय रुकिये, फिर वापस आइये / इसको 10 बार कीजिये। वास भुजाओं और धड़ को उठाते हुए श्वास लीजिये व झुकते समय छोड़िए / समकोण की स्थिति में सामान्य श्वास-प्रश्वास का अभ्यास कीजिये / यह आसन रीढ़ के टेढ़ेपन और तनावों को दूर करता है / 107