________________ कटि चक्रासन 2 कटि चक्रासन 2 विधि पैरों के मध्य 2-3 फुट का फासला छोड़कर खड़े हो जाइये। . कन्धों की ऊँचाई पर भुजाओं.को बगल में फैला दीजिये। शरीर के ऊपरी भाग को दायीं ओर मोड़िये / बायाँ हाथ दायें कंधे पर एवं दायाँ हाथ पीछे की तरफ घूमता हुआ कमर से लिपट जाये / अभ्यास को दूसरी ओर से दुहराइये। श्वास सामान्य। समय इस अभ्यास को 10 बारं दुहराइये। लाभ यह कमर, पीठ, कूल्हों, मेरुदंड तथा शरीर के अन्य जोड़ों को सुधारता टिप्पणी यह हठयोग की क्रिया शंख प्रक्षालन (इसी पुस्तक में आगे इसका पूर्ण विवरण मिलेगा) के आसनों के समूह का एक आसन है। . 100