________________ श्वास पैर को पीछे फैलाते समय श्वास लीजिये। घुटने को मोड़ते समय श्वास अन्दर रोकिये / घुटने को सीने की तरफ लाते समय श्वास छोड़िये / समय प्रत्येक पैर से इस आसन को 5-5 बार कीजिये। एकाग्रता शरीर को शिथिल छोड़ने एवं उसकी गति पर एकाग्रता रखिये / लाभ यह आसन रीढ़ के व्यायाम के लिये साइटिका नस को शिथिल करने एवं महिलाओं के प्रजनन अंगों को सामान्य बनाने में उपयोगी है। ... यह आसन साइटिका के रोगियों, शिशु जन्म के ठीक बाद तथा को महिलाएँ अनेक बच्चों को जन्म दे चुकी हैं, उनके लिए विशेष रूप से लाभकारी है। कूल्हों व जाँघों की बढ़ी हुई चर्बी को कम करने में भी यह उपयोगी है।