________________ सार्धशतकनामप्रकरणम् जा उक्कोसं तं पुण चउपल्लपरूवणाइ इमं // 124 / / 15 / / जंबुद्दीवपमाणा चउरो जोयणसहस्समोगाढा / रयणपहरयणकंडं भिंदिय पुट्ठा वइरकंडं // 125 / / 152 // पल्लाणवट्ठियसलागपडिसलागामहासलागक्खा सव्वे सवेइयंता उवरि ससिहा य भरियव्वा // 126 1153 // तो कप्पणाइ केणइ सुरेण पढमो धरित्त वामकरे / 'एक्केक्कं दीवुदहीसु सरिसवं खिविय निट्ठविओ // 127 / / 154 // दीवे जत्थुदहिम्मि व तदंतमेव पढमं व तं भरिउ / परओ खिव एक्केक्कं दीवुदहिसु निद्विए तम्मि // 128 // 155 / / खिवसु सलागापल्ले सरिसवमेगं पुणो तयं तं तं / पुव्वं व भरसु खिवसु य पुरओ पुण तम्मि निविए // 126 // 156 / / बीयं सलागपल्ले खिव सरिसवमेव (मेव) पुण तइयं / इय पुणरुत्तणवठियभरणविरेयणसलागाहिं // 130 // 157 // "पुन्नो सलागपल्लो पुव्वकमागयणवढिओ य तओ / 'सो चिय सलागपल्लो उक्खिप्पइ 'खिप्पई पुरओ // 131 / / 158 / / पुव्वकमनिट्ठिए तहिमेगं खिव सरिसवं व तियपल्ले / ' पुव्वं व निट्ठियंते अणवट्ठियपल्लमेव खिव // 132 // 159 // पुण तम्मि निट्ठिए खिव सलागपल्लम्मि सरिसवं 'एक्कं / अन्नन्नणव 'ट्ठियओ सलागपल्लं पुणो "भरसु // 133 // 16 // तेण पुण पडिसलागापल्ले भरियम्मि दोसु य तमेव / उद्धरियपुब्वविहिणा सरिसवमेवं खिव चउत्थे // 134 / / 161 // इय पढ़मेहिं वीयं तेहिं तइयं तु तेहिं य चउत्थं / भरणुद्धरणविकिरणं ता कज्जं जा फुडा चउरो // 135 / / 162 / / पढमतिपल्लुद्धरिया दीवुदहीपल्लचउसरिसवा य / सव्वो वि एस रासी रूवोणो परम''संखिज्जो // 136 // 163 // 1.3 "इक्किक्कं" इत्यपि / 2 “य' इत्यपि। 4 "पुण्णो" इत्यपि / 5 "सुच्चिअ" इत्यपि / ' 6 "खिप्प अ” इत्यपि.। . "तइअ०" इत्यपि / 8 ''इक्क" इत्यपि / / "ठियाओ" इत्यपि / १०."भरह" इत्यपि / 11 “संखिज्जं" इत्यपि /