________________ सप्ततिकाभिधः षष्ठः कर्मग्रन्थः चत्तारि 'आइ 'नवबंध 'एसु 'उक्कोस सत्तमुदयंसा / पंचविहबंधगे पुण, उदओ "दुहं मुणेअव्वो // 16 // 18 // 'इत्तो चउ बंधाई, इक्किक्कुदया हवंति सम्वेवि / / वंधोवरमे वि तहा, उदयाभावे वि 'वा' हुज्जा // 17 // 19 // ''इक्कग छक्किक्कारस, दस सत्त चउक्क' इक्कगं चेव / एए चउवीसगया, ''चउवीस दुगेक्कमेक्कारा // 18 // 20 // "नवतेसीइसएहिं, उदयविगप्पेहि मोहिआ जीवा।। अउणुत्तरिसीआला,पय"विंदसएहिँ विन्ने आ॥२०॥२१॥ नवपंचा' णउअसए, उदयविगप्पेहि मोहिआ जीवा / २°अउणुत्तरि एगुत्तरि, पयविंदसएहि विन्नेआ // 16 // 22 // २"तिन्नेव य बावीसे. इगवीसे अट्ठवीस २२सत्तरसे / छच्च व तेर नव-बंध एसु पंचेव "ठाणाणि // 21 / / 23 / / पंचविहचउविहेसु, छछक्क सेसेसु जाण पंचेव / २"पत्तेअं, पत्ते चत्तारि "अ बंध' बुच्छेए // 22 // 24 // दसनवपन्नरसाई. बंधोदयसंत पयडिठाणाणि * / 3°भणि आणि मोहणिज्जे, 'इत्तो नामं परं चुच्छं॥२३॥२५॥, . 1. "माइ" इति वा। 2 "0" इति वा / 3 "०गेसु" इति वा / 4 “सत्तक्क पेण उदयंसा" इति वा “उक्कोससत्त उदयंसा" इति वा / 5. "दोह" इति वा / 6 एत्तो' इति वा / 7. "बंधादी" इत्यपि / = "एक्कुक्कु" इत्यपि, “इक्केक्कु०" इत्यपि वा / 9. "ता होज्जा // 16 // " इति वा / 10. "होज्जा" इत्यपि। 11. “एक्कग छक्केक्कारस" इत्यपि / 12. "एक्कगा'' इति वा, "एक्कगं" इति वा / 13. 'चउवीस दुगेक्कमिक्कारा // 18 // " इत्यपि, “चउवीस दुगिक्कमिकारा 1 // 20 // '' इत्यपि वा, "बार दुगिक्कमि इक्कारा // 20 // " इत्यपि वा / 14. इयं गाथा हस्तलिखितप्रतौ द्वाविंशतितमी द्वाविंशतितमी चैकविंशतितमीति व्यत्ययः / 15 “विगप्पेहि मोहिया' इत्यपि / 16. "अउणत्तरिसीयाला' इत्यपि / 17 "०वंद०" इत्यपि / 18. "cणउयसए" इति वा, "०णउइसएहुदय०" इति वा, "०णुयसएहिं" इति वा / 16. “भोहिया" इत्यपि / 20. "अउणत्तरि" इति वा, "अउणत्तरि एगुत्तरि' इति वा। 21. "तिण्णेव उ” इति वा, "तिन्नेव उ” इति वा / 22. "कम्मंसा / सत्तरसे छस्संते तेरस नवबंधए पंच // 23 // " इति हस्तलिखितप्रतौ। 23 "णव०" इति वा / 24. "गेसु" इति वा / 25. "ठाणाई // 21 // '' इति वा 26. “पत्तेयं पत्तयं" इत्यति / 27. "य"इति वा, "उ' इति वा / 28. "वोच्छेए' इत्यपि। 26. "०पगइ०" इति वा, "०पयइ०" इत्यति वा / 37. “भणियाई" . इत्यपि 31. "एत्तो' इति वा / 32 "णाम" इति वा / 33 “वोच्छं' इत्यपि /