________________ जीवस्थानेषु योग-स्थितिस्थानाल्पबहुत्वस्य योगवृद्धिविशेषस्य स्थितिम्थानगताध्यवसायप्रमाणस्य 33 ___तथा अनुभागबन्धस्य निरूपणम् कमसो विसेसअहिया सत्तसु ग्राउसु असंखगुणा // 8 // 12 // - तत्थ पगणाए “ठितिबधे ठिइबंधे अन्झवसाणाणऽसंखिया लोग, ति, नाणावरणिज्जस्स जहणियाए ठिईए ठितिबंधज्झवसाणाणं ठाणाणि असंखलोगागासपएसमेत्ताणि / वितियाए ठिईए जाव असंखेज्जलोगागासपएसमेत्ताणि / ततियाए वि असंखेज्जलोगागासपएसमेत्ताणि / एवं जाव उक्कसिया ठिति त्ति / एवं आउगवज्जाणं सत्तण्ह वि कम्माणं / तेसिं अज्झवसाणहाणाणं दुविहा वडिपरूवणा / तं (जहा-)अणंतरोवणिहिया परंपरोवणिहिया य / तत्थ अणंतरोवणिहियाए “हस्सा विसेसड्ढि', ति नाणावरणिज्जस्स जहणियाए ठिईए ठितिबंधज्झवसाणठाणाणि थोवाणि / वितियाए ठिईए ठितिबंधज्झवसाणद्वाणाणं विसेसाहियाणि / ततियाए वि विसेसा० / एवं विसेसा० 2 जाव उक्कस्सिगा ठिति त्ति / एवं आउगवज्जाणं सतण्हं कम्माणं / "आऊणमसंखगुणवडि" त्ति, आउगस्स जहणियाए ठिईए ठितिबंधज्झवसाणट्ठाणाणि थोवाणि / बितियाए असंखगुणाणि / ततियाए असं० / एवं असंखेज्जगुणाणि 2 जाव उक्कस्सिया ठिति त्ति / “परंपरोवणिहियाए / पल्लासंखियमागं गंतु दुगुणाणि जाव उक्कस्स // " त्ति। परंपगेवणिहियाए नाणावरणिज्जस्स जहण्णियाए ठिईए ठितिपंधज्झवसाणट्ठाणेहितो पलिओवमस्स असंखेज्जतिभागं गंतुणं दुगुणवडियाणि अज्झवसायट्ठाणाणि | तओ पुणो पलिओवमस्स असंखेज्जतिभागं गंतूणं दुगुणवडि० / एवं दुगुणवडिया२ जाव उक्कसिया ठिति त्ति ||88||62 // "ठीबंधो पसंगागओ वि समत्तो।। इयाणिं अणुभागबंधो भण्णइ असुभाण संकिलेसेण होइ तिब्बो सुहाग सोहीए। अणुभागो मंदो पुण विवजए सव्वपयडीणं // 86 // 3 // असुभपयडी बायासीई / सव्वसंकिलिट्ठो सव्वुक्कोसं अणभागबंधं बंधइ अमुभपयडीणं / सुभायडी बायालीसा। सव्यविसुद्धो सव्वुक्कोसं अणभागं बंधंति / अणुभागो मंदो पुण विवज्जए सव्वपयडीणं / असुहाण विसोहीए मंदो, सुहाण संकिलेसेण जहन्न अणभागं बज्झइ / / 8 / / 3 / / सतरस पयडी संजलण 4 विग्ध 5 पुदैसघाइ यावरणा 7 / चउठाणरसपरिणया दुतिचउठाणा उ सेसा उ // 10 // 4 // संजलणचउक्कं अंतरायपंचगं पुरिसवेयं देसवाइआवरणा-नाणचउक्कं दंसणतिग; एवं सत्तरस, चउट्ठाणरसपरिणया / कहं 1, चउट्ठाणणियं वा, तिहाणियं वा, दुट्ठाणियं वा, एगट्ठाणियं वा रसंबंधति / सेसाणं पयडीणं दुट्ठाणं वा, तिट्ठाणं वा, चउट्ठाणं वा / / 90||64|| पव्वयभूमी वालुयजलरेहासरिससंपराएहिं / / चउठाणाई असुहाण वच्चयायो सुहागां तु // 11 // 5 // ___ असुहपयडीणं, पव्वयसरिससंपराएहिं चउट्ठाणिो , भूमीसरिसतिद्वाणिओं,