________________ 12] सूक्ष्मार्थविचारसारप्रकरणे इय तेणउई संते बंधणपन्नरसगेण तिसयं वा। वन्नाइभेयबंधणसंघायविणा उ सनट्ठी // 11 // . एवं पणसट्ठी पिंडुत्तरपगई / अट्ठ पत्तेया / सेयरा वीसं / एवं तेणऊई / बंधणपन्नरसगेण तिसयं वा / बंधणपन्नरसगे छूढे तेणउई तिउत्तरसयं भवइ / वण्णाइभेया वीसं एक्केक्क मुत्तूणं सेसा सोलस, तहा बंधणपण्णरसावि, संघायपञ्चवि, एवं छत्तीसाए, तिउत्तरसयाओ अवणीआ सत्तट्ठी // 9 // सा बंधुदए बंधण-संघाया नियतणुग्गहणगहिया / वन्नाइविगप्पा वि हु न य बंधे सम्ममीसाई // 20 // एवं नामकम्मपयडी / सत्तट्ठी बंधे उदए उदीरणाए य बंधणपण्णरसगं संघायपणगं नियनियसरीरगहणेण गहिया / वण्णाइविगप्पा सोलस सजाइगहणेण गहिया। उक्तं च"ससरीरंतरभूया बंधणसंघायणा य बंधुदए / वन्नाइविगप्पा वि हु बन्धे नो सम्ममीसाई // " .. "न य धंधे सम्ममोसाई" एएण सूइयं सेसाणं सत्तण्हं कम्माणं उत्तरपयडी बंधे य तेवन, उदए उदीरणाए सत्ताए य पणवन्न / उक्तं च"बंधे वीसोत्तरसयं बावीससयं तु होइ उदयम्मि / एवं उईरणाइ वि अडयालसयं तु-संतम्मि // " बन्ध. उदय. उद रणा. सत्ता. नामकम्मस्स सेसकम्माण | 53 , 55 55 55 // 20 // बंधणपण्णरस इति कहं ?. वेउव्वाहारोरालियाण सगतेयकम्मजुत्ताणां / नव बंधणाणि इयरदुसहियाणां तिन्नि तेसिं च // 21 // वेउव्वियवेउब्वियं 1, वेउब्धियतेयगं 2, वेउव्वियकम्मगं 3, आहारगआहारगं 1, आहारगतेयगं 2, आहारगकम्मगं 3, (ओरालिय)ओरालियं 1, ओरालियतेयगं (2, ओरालियकम्मर्ग)३। एवं नव बंधणाणि है। "इयरदुसहियाणं" ति वेउब्धियतेयगकम्मगं 1, आहारगः / तेयगकम्मगं 2, ओरालियतेयगकम्मगं 3 / एवं "तिणि तेसिं च" 3 तेयगतेयगं 1, तेयगकम्मगं 2, कम्मगकम्मगं 3 / एवं पन्नरस बंधणाणि 15 // 21 //