________________ सप्ततिकाभिधे षष्ठे कर्मग्रन्थे मीसे विउव्विजोगे बत्तीसं होति विंदचउवीसा / अविरयसम्मे सट्ठी वेउब्वियकायजोगम्मि // (43). तह मीसकम्मणेसु सोलहया सढि . होति पत्तेयं / / ओरालियमीसम्मी . तेसट्ठी अट्ठया जाण // (414. आहारग तह आहारमीस संजयपमत्तउदयम्मि / चोयालं पत्तेयं सोलहया दोसु जोगेसु / (415) एए गुणित्तु सव्वे नियनियठाणेहि पुव्वरासिम्मि / पक्खिवसु समवउत्तो संपुना जेण सा रासी / / (416) मोहोदयपयविंदा गुणजोगवियारणाअ उवउत्तो / संखा पुण उणनवई सहस्स तह तिन्नि उणपन्ना / / (86346) (47) : 'ठवणा-. गुणठाणा→ मि० | सा. | मी. प्रवि. देस. मत्त. ऽपम. |ऽपुव्व ऽ'नय. सु. | जोगठाणा- | 13 | 13 | 10 | 13 | 9 | 11 | 9 9 9/16/6/1 (सव्वे) जोगपवा→ 2208/1216 660 2240 17 8/19841728 864 644 6. 13081 जोगपयविंदा 132 17287680 16.137 | 13 |65045320 252 6 .89346 मोहोदयपयविंदा गुणिजोगवियारणा तइयमंखा / जाया सहस्स उणनवइ तिण्णि सया अउणपण्णा य 86346 // 32 // [380] मणिया जोगपयदंडमगाणा, इयाणि उवओगपयदंडमग्गणा भण्णइपढमे बीए पंच उ तइए चउ पंचमे व छच्च भवे / सेसे सत्तुवओगा मोहुदएहिं गुणिज्जाहि // 326 / / (418) [381] मिच्छे जा चउवीसा उवओगगुणा हवंति तेसि पया / नवसयसट्ठा 960 सव्वे से सेसु य एस होइ कमो 330 / (416) [382] जइवि चउवीससंखा गुणिया उवओग इत्थ पयवुत्ता / तहवि य चउवीसगुणा मोहपया 'एत्थ दट्ठव्या 331 / (420) [383] 1 इदं यन्त्रं L. D. प्रतावस्ति, J. प्रतिप्रेसकोप्यां नास्ति / 2 ' भन्नई'' इति L D प्रतौ / 3 'सेसगुणाणं च एस कमो / 4 "पुग्वुत्ता" इति L. D प्रतौ। 5 'इन्थ' इति L. D. प्रतौ /