SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 94
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ उत्तरतबम् / 53 maratrawAATRIromaratRAA विषयाः पृष्ठं विषयाः पृथं विषयाः 7 कासपूर्वरूपम् 18 संजातकृमिलक्षणम् 773 षट्पञ्चाशत्तमोऽध्यायः 56 / 8-12 वातजादिभेदेन कास 19 कृमीणो दृश्यादृश्य .1-2 विसूचिकाप्रतिषेधोलक्षणानि विभाग: पक्रमः 781 13 कासस्य असाध्य| 20-33 पुरीषज-कफज-कृमीणां 3 अजीर्णभेदा: 781 लक्षणम् सामान्य चिकि 4 विसूचिकानिरुक्तिः 781 14-25 कासे सामान्य सितम् 774-775 5-6 विसूचिकालक्षणम् चिकित्सा 767-768 | 34-36 स्थानविशेषेण कृमीणां 7-8 अलसकलक्षणम् 26-27 वातकासचिकित्सा 768 ! विशेषचिकित्सा 7.5 ९विलम्बिकालक्षणम् 781 28-31 कफकासचिकित्सा' 768. 35-39 रकजकृमिचिकित्सितम् 775 10 आमस्य विकारान्तर. 32-37 पित्तज-क्षयज-क्षतज४. कृमिरोगे वानि 776 कारिलम् 781 कासानां चिकित्सा 769 11 विसूचिकाया भसाध्य 38-41 कासे कल्याणपञ्चपञ्चाशत्तमोऽध्याय: 55 लक्षणम् . गुडः 769-770 1-2 उदावतप्रतिषेधोपक्रमः 776 | 13-19 विसूचिकादिचिकित्सा 42-46 कसे अगस्त्यावलेहः 770 3 वैगविधारणनिषेधः 776 782-783 / 47 , कुलीरादिघृतम् 770 4 उदावर्त निदानं निरु 20 आनाहसंप्राप्तिः 783 त्रिपश्चाशत्तमोऽध्यायः 53 क्तिश्च 21 आमजानाहलक्षणम् 783 1-1 खरमेदप्रतिषेधोपक्रमः 777 | 5-17 त्रयोदश विधोदावर्तानां 22 पुरीषजानाहलक्षणम् 783 3 खरमेदनिदानं लक्षणानि 776-778 | 23-27 आनाहचिकित्सा 783-744 संप्राप्तिश्च 18 असाध्योदावर्त लक्षणम् 744 सप्तपश्चाशत्तमोऽध्यायः 57 4-7 बातजादिभेदेन खर 19 उदावर्ते सामान्यचि. मेदलक्षणानि 1-2 अरोचकप्रतिषेधोपक्रमः 784 कित्सा 8-9 खरभेदे सामान्य 3 अरोचकसंप्राप्तिः 784 20 वातबोदावर्तचिकित्सा 778 चिकिस्सा 771-772 4-5 पञ्चविधारोचकानां 10-12 वातजखरमेदचिकित्सा 771 21 पुरीषजोदावर्तचिकित्सा 778 लक्षणानि 784-785 13-14 पित्तजखरमेदचिकित्सा 772 | 22-27 मूत्रोदावर्तचिकित्सा 6 वातिकारोचकचिकित्सा 785 15 कफजखरमेदचिकित्सा 772 28 जृम्भाश्रुजोदावर्तचि 7 पैत्तिकारोचकचिकित्सा 785 16-17 मेदोज-साधिपातिक किस्सा 8 कफजारोचकचिकित्सा 785 क्षयज-खरमेदानां 29 क्षवजोदावर्तचिकित्सा 770 | 9-15 अरोचके कतिपये योगा: - चिकित्सा 772 3. उद्गारजोदावर्तचिकित्सा 785-78 16-17 आगन्तुजारोचकचतुम्पश्चाशत्तमोऽध्यायः 54 / चिकित्सा 1-1 कृमिरोगप्रतिषेधोपक्रमः 772 31 छर्याघातजोदावत 786 अष्टपश्चाशत्तमोऽध्याय: 58 3-5 मीणां निदानम् 072 चिकित्सा 32-33 शुक्रोदावर्तचिकित्सा 779 6-7 कृमीणामुत्पत्तिस्थानानि 1-2 मूत्राघातप्रतिषेधोपक्रमः 786 3-4 मूत्राघाताना नामभि७७२-७७३ 34 क्षुत्तृष्णाघातजोदावर्त निर्देशः 787 8-11 पुरीषजहमीणां नामानि चिकित्सा 779 5-6 वातकुण्डलिकालक्षणम् 787 लक्षणं च 73 ३५निद्राघातजोदावर्त 7-8 वाताष्ठीलालक्षणम् 12-14 कफजकमीणो नामलक्ष चिकित्सा 9-10 वातबस्तिलक्षणम् 787 कर्माणि 773 36 उदावर्तोपद्रवचिकित्सा 779 11-12 मूत्रातीतलक्षणम् 15-16 राजकृमीणों नाम- | 35-40 दोषजोदावर्त निदानं 13-14 मूत्रजठरलक्षणम् 787 लक्षणकर्माणि : 773 लक्षणानि च 79 15-16 मूत्रोत्सालक्षणम् 788 17 पुरीषजादिकृमीणा | 41-53 दोषजोदावत 17 मूत्रक्षयलक्षणम् / 740 विशेषकारणानि 773 / चिकित्सा 79-78.|18-19 मूत्रमन्धिलक्षणम् 744 787
SR No.004403
Book TitleSushrut Samhita
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSushrut Maharshi, Narayanram Acharya
PublisherChaukhambha Orientaliya
Publication Year
Total Pages922
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size31 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy