________________ देवादिक संबंधि आयु प्रमुखना यंत्रो. शश 26 कलुषध्याननी ऊपर उदायिनराजा प्रति अनिची कुमारनो दृष्टांत.. 27 कलहध्याननी ऊपर महाशतक श्रावक तथा रेवती श्राविकानो दृष्टांत. शज युद्धध्यान उपर कूणिक अने चेटकना दृष्टांत.एनियुकध्याने जरत बाहुबलीनो दृष्टांत 30 संगध्याने लवदेव नागिलानो दृष्टांत. 31 संग्रहध्यान उपर मम्मण दृष्टांत. 32 व्यवहारध्याननी ऊपर राज कुलिपुत्रने अर्थे बेहु शोक्योनो दृष्टांत. 33 क्रय विक्रयध्याननी ऊपर लोननंदनो दृष्टांत. 34 अनर्थ दंग ध्याननी ऊपर वैपायनशषि प्रति साम्ब प्रद्युम्नादिकनो दृष्टांत. 35 आजोग ध्याननी ऊपर प्रसन्नचंदनो दृष्टांत जेने जाणतां व्रत वीसख्यां. 36 श्राणाईल ध्याने सणाविल साधुनी बहेने वधतुं तेल लीधुं ते शण थयानो दृष्टांत. 37 वैरध्यानी ऊपर फरशुराम तथा सुनूमादिकनो दृष्टांत. 3- वियवध्याननी ऊपर नंदराजानुं राज्यलेवा वांबनार चाणाक्यनो दृष्टांत जाणवो. ३ए हिंसाध्याननी ऊपर, कूपनिक्षिप्त कालसूरियानो दृष्टांत जाणवो. 40 हास्यध्याननी ऊपर चंबरौनाचार्ये शिष्यने दीक्षा दीधी, तेनो दृष्टांत जाणवो. 41 प्रहास्याध्याने चंप्रद्योतने वारतज्ञरुषीश्वरने निमित्त कहीने वांद्यो, ते दृष्टांत. 42 पठसंध्यानी ऊपर मरुनूति प्रत्ये कमनी पेठे दृष्टांत जाणवो. 43 फरुसध्याननी ऊपर ब्रह्मदत्त प्रते चुतणीनो अथवा युगबाहु प्रत्ये मणिरथनो दृष्टांत. 44 जयध्याने गजसुकुमालनो विनाश करनार सोमिलने जय उपनो ए दृष्टांतजाणवो. 45 अप्रशंसाध्याने सकमाखना मुखथकी वररुचिये पोतानी अप्रशंसानुं ध्यान की, ते दृष्टांत अथवा रथिके पोतानुं विज्ञान कोश्याने देखाड्युं ते दृष्टांत. 46 परनिंदाना ध्यान ऊपर कुरंगरु मुनि निंदाना करनारा चार दपकनो दृष्टांत. 47 परग्रह ध्यान ऊपर सजासमद गोष्टामाहिल उर्बलिकापुष्पग्रे रह्यो, ए दृष्टांत. 40 परिग्रह ध्याननी ऊपर मुनिपति प्रत्ये कुंचिक श्रावकनो दृष्टांत Yए परपरिवादध्याननी ऊपर सुनमा सती प्रत्ये तेनी सासु नणंदनो दृष्टांत. 50 परदूषणध्याननी ऊपर दमयंतीने डाकिणीना कलंक चढाव्यानो दृष्टांत. 51 आरंजध्याननी ऊपर ढंढणा कुमार पूर्वजव राजाधिकारीनो दृष्टांत. 55 समारंजध्याने मनमांहे कीईक शोक्यना दीकरा- मरण चितवनारा सुसढनो दृष्टांत. 53 पापानुमोदनध्याननी ऊपर तंडुलमत्स्य अंतरमुहूर्त अनुमोदन करे ते दृष्टांत. 54 अरिजाणध्यान ऊपर वापीनो उद्यान नंदमणियारे चिंतव्यो तेनो दृष्टांत. 55 असमाधिमरणध्याननी ऊपर स्कंदसूरिनो दृष्टांत.