________________ 166 चोवीश दंडकें पांत्रीश धार. जवनपति श्रने व्यंतर देव तथा तेमनी देवीयोनां जे जघन्य उत्कृष्टायु तेनो यंत्र. इंडोनां नाम. देवोर्नु जघन्यायु.देवोनुं उत्कृष्टायु. देवीनुं जघन्यायु. देवीन उत्कृष्ठायु. दक्षिण चमरेंज. दश हजार वर्ष, एक सागरोपम. दश सहस्र वर्ष. 3 // पटयोपम. उत्तरश्रेणि बलीउ.दश हजार वर्ष.१ सागर जाकेरु. दश सहस्र वर्ष. 4 // पट्योपम. दक्षिण ए निकाय दश हजार वर्ष, दोम पस्योपमनु. दश सहस्र वर्ष. अर्ड पक्ष्योपमk. उत्तर नव निकाय दश हजार वर्ष. बे पट्यदेशे उंणो. दश सहस्र वर्ष. एकपल्यदेशेऊj व्यंतर. दश हजार वर्ष. एक पक्ष्योपम. दश सहस्र वर्षे. पक्ष्योपम. वाणव्यंतर. दश हजार वर्ष. एक पट्योपम. दश सहस्त्र वर्ष. अर्ज पढ्योपम. दशजवनपतिना तथा दक्षिणोत्तरेजनां नाम तथा दक्षिण उत्तर नवन संख्यानो यंत्र. दश निकायनां दक्षिणेजना उत्तरेजना दक्षिणेजजव उत्तरेंउजवन उन्नयमलीन नाम. नाम. | नाम. न संख्या. संख्या. वन संख्या.'' असुरकुमार. चमरेंड. बलीं. 30000003000000 64 लाखनवन, नागकुमार. धरणे.. नूतानंदें. 4400000 40000004 लाखनवन, सुवर्णकुमार. वेणुदेव. वेणुदाली. 3000000 3400000 2 लाखनवन. विद्युत्कुमार. हरिकांत. हरिशिख. H000000 3600000 6 लाखनवन. अग्निकुमार. अग्निशिख. अग्निमाणव. | 1000000 360000076 लाखनवन. छीपकुमार. पूर्णेन. वशिष्ठंड... 4000000 3600000 76 लाखनवन. उदधिकुमार. जलकांत. जलप्रन.. 4000000 3600000 76 लाखनवन. दिशिकुमार. अमितगति. अमितवाहन. 4000000 3600000. 6 लाखनवन. पवनकुमार. वेलंबक. प्रनंजन. 0000000 4600000 ए६ लाखनवन. स्तनितकुमार. घोष. 4000000 36000006 लाखनवन. शरवाले संख्या. 40600000 36600000 200000. हवे व्यंतरदेवोनी वक्तव्यता कहे . रत्नप्रजा पृथ्वीनी उपर मूकेलो जे एकहजार योजननो रत्नमयकांड, तेमांथी एक शो योजन नीचेंना तथा शो योजन उपरना मूकीने वचला आठशे योजननी नूमि कामध्ये व्यंतरदेवोनां महारमणीय असंख्यातां नगर , तेमां रह्यां थकां व्यंतरिक देवो वरप्रधान तरुणीयोनां गीत गानना अने वाजित्रो वजाववाना शब्द सांजलवे क री प्रमुदित थया थका गत कालने पण जाणता नथी.