________________ 24 247 181 619 .: पद्यानि .. पृष्ठाहाः “पद्यानि पृष्ठाङ्काः निवृत्तमेव त्रिदिवप्रयो पङ्गो वन्यस्त्वमसि न गृहं . 472 जनं 397,439,629 | पचूसागअणुरत्तदेह 689 निशम्य ताः शेषगवीः | पञ्च पश्चनखा भक्ष्या 172 निशितासिरतोऽभीको 277 पञ्चानां पाण्डुपुत्राणां - 18 निष्कन्दामरविन्दिनी 459 पट्टसुउत्तरिजेण निसर्गनिर्गतान पैडिआअ हत्थसिढिलिम 504 नीतिरापदि यद्गम्यः 138 पडिउत्थिआ ण जंपइ नीते निर्व्याजदीर्घा पैडिवक्खमण्णुउंजो 684 नीतो विक्रमबाहुरात्म 586 पढमघरिणी समर्थ नीरन्ध्र गमितवति क्षयं पण पढमपिआए 183 नीललोहितमूर्तिर्यो पतिश्वशुरता ज्येष्ठे नीलाब्जानां नयनयुगल / पत्ता सीभराह 240 नीलेन्दीवरशङ्कया . 367 पत्युः शिरश्चन्द्रकलामनेन नीवीबन्धोच्छ्रसनशिथिलं पद्भ्यामूरुयुगं विभज्य पद्मसंमीलनाचात्र न्यकारो हृदि वज्रकील . 379 पैमान्यांशुनिष्ठ्यूताः 101 न्यक्षेण पक्षः क्षपितः पंद्मिनीनतमुन्निद्रा पनमत पनअप 145 पअडिअसणेहसंभाव पप्फुरिअ उट्ठदलअं पअपीडिअमहिसासुर 422 पयोधरभराकान्ता पैउरजुआणोगामो पयोमुचः परीता 501 पंकअ पंकिवहेल्लिअ 533 1. भट्टिका०.६-१३१. .. 2. का१. शिशुपा० 2-67. 2. किराता० व्याद० 3-185. 3. सेतुब०११.५४. 15-22. 3. महेन्द्रेणोद्धृतः 2-430. 4. गा० स० 3.60. 5. सेतुब. 4. शिशुपा० 2.61. 5. चण्डीशत. 1.56. 6. कुमारसं० 7.19. 7. का४. 6. रत्नाव०४.१८. 7. किरातार्जु० 17-61. 8. मेघदू० 71. 9. महा व्याद० 2.262. 8. काव्याद० 1-96. वीर. 5.22. 10. गा०स०२-९९. 9. काव्याद० 3.167. 10. का. 11. गा० स० 2.97. ... | व्याद० 2.173. 332 717 , 124 307 299