________________ 274 ] संकेत चिह्न-बोध प्रस्तुत सूची में कुछ संकेत चिह्नों का प्रयोग किया गया है, जिनमें * ऐसा पुष्प चिह्न अनूदित कृतियों का सूचक है। * x पुष्प एवं (कास) गुणन-चिह्न ऐसे दोनों प्रकार के चिह्न अनूदित होने के साथ ही अपूर्ण तथा खण्डित कृतियों के लिए प्रयुक्त ___+ ऐसा धन चिह्न स्वयं उपाध्याय जी महाराज के अपने ही हाथ से लिखे गए प्रथमादर्शरूप ग्रन्थों का परिचायक है। (?) ऐसा प्रश्नवाचक चिह्न यह कृति उपाध्याय जी द्वारा ही . रचित है अथवा नहीं ? इस प्रकार की शंका को अभिव्यक्त करता है। संस्कृत-प्राकृत भाषा के उपलब्ध ग्रन्थ 1 अज्जप्पमयपरिक्खा उवएसरहस्स (उपदेश(अध्यात्ममतपरीक्षा) रहस्य) स्वोपज्ञटीका सहित स्वोपज्ञटीका सहित +2 अध्यात्मसार +10 ऐन्द्रस्तुतिचतुर्विशतिका 3 अध्यात्मोपनिषद् स्वोपज्ञटीका सहित 4 अनेकान्त[मत]व्यवस्था +11 कूवदिठ्ठन्तविंशईकरण [अपरनाम-जैनतर्क] (कूपदृष्टान्तविशदीकरण) +5 अस्पृशद्गतिवाद स्वोपज्ञटीका सहित [अपरनाम-प्राध्यात्मिकमत- 12 गुरुतत्तविरिणच्छय खण्डन स्वोपज्ञटीका सहित (गुरुतत्त्वविनिश्चय) +6 आत्मख्याति* स्वोपज्ञटीका सहित +7 आराधकविराधकचतुभंगी 13 जइलक्खरणसमुच्चय) [स्वोपज्ञटीका सहित] __(यतिलक्षरण-समुच्चय) +8 आर्षभीयचरित्र महा- 14 जैन तर्कभाषा काव्य-x 15 ज्ञानबिन्दु