________________ (43) स्वाद मिन्नीशे स्वामीश्वराधिपति-प्रसूतैः स्वैरस्वैयक्षौहिण्याम् स्सटि समः अ. पा. सु. पृ. / 7 / 2 / 49 / 224 / 2 / 2 / 98 / 121 / 1 / 2 / 15 / 10 / 1 / 3 / 12 / 19 हनो नो नः . / 2 / 1 / 112 / 62 हरत्युत्सङ्गादेः . / 6 / 4 / 23 / 194 हलसीरादिक / 7 / 1 / 6 / 204 हितादिभिः / 3 / 1 / 71 / 135. हिमादेलुः सहे / 7 / 1 / 90 / 211 हेतुकर्तृकरणेत्यम्भूतलक्षणे / 2 / 2 / 14 / 117 हेतौ संयोगोत्पाते . . / 6 / 4 / 153 / 202 हेत्वथै स्तृतीयाद्याः / 2 / 2 / 118 / 125 हो धुट्पदान्ते . / / 1 / 82 / 57 इस्वस्य गुणः / 1 / 4 / 41 / 33 इस्वाद् ङणनो द्वे / 1 / 3 / 27 / 17 / 1 / 4 / 32 / 27 000000000000000000CDA 8 धर्मदीपिकायाः पूर्वाधस्य सूत्रानुक्रमणिका समाप्ता। 6.000000000000000.. इस्वापश्च