________________ - अ. पा. सू... पृ. प्रज्ञाश्रद्धा वृत्तेः / / 2 / 33 / 224 प्रतिपरोऽनोरव्ययीभावात् / 7 / 3 / 83 / 158 प्रथमादधुटि शश्छः / / 1 / 3 / 4 / 14 प्रथमोक्तं प्राक् / / 3 / 1 / 148 / 131 प्रभवति / 6 / 3 / 157 / 190 प्रभूतादिभ्यो ब्रुवति ... / / 4 / 43 / 195 प्रभृत्यन्यार्थदिक्शब्द-दितरैः / 2 / 2 / 75 / 123 प्रमाणाद् मात्रट् / 7 / 1 / 140 / 213 प्रमाणीसङ्ख्याद् डः / 7 / 3 / 128 / 148 प्रयोजनम् / / 4 / 117 / 200 प्रशस्यस्य श्रः / 7 / 4 / 34 / 236 प्रहरणम् / 6 / 4 / 62 / 197 प्रागिनाद् / 2 / 1 / 48 / 79 प्राग् जितादण् प्राणितूर्याङ्गाणाम् / 3 / 1 / 138 / 152 प्राणिन उपमानात / 7 / 3 / 111 / 159 प्राण्यङ्गादातो लः / 7 / 2 / 20 / 221 प्राण्योषधिवृक्षेभ्योऽवयवे च / / 2 / 31 / 179 प्राप्तापन्नौ तयाच्च / / 3 / 1 / 63 / १३३प्रियसुखादानुकूल्ये / / 7 / 2 / - 140 / 234