SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 9
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ इक्कीस प्रकारी पूजा दर्शन और पूजनसम्बन्धी कुछ सूचनायें 3 श्रावक-द्वादशवत 38-95 सम्यक्त्व अथवा समकितस्वरूप स्थूलप्राणातिपातविरमण स्थूलमृषावादविरमण स्थूलअदत्तादानविरमण स्वदारसंतोष-परस्त्रीविरमण स्थूलपरिग्रहपरिमाण दिक्परिमाणवत भोगोपभोगपरिमाण (22 अभक्ष्य, ३२अनन्तकाय,१४नियम,वनस्पतिटीपसहित) अनर्थदण्डविरमण सामायिक क्रत. देशावकाशिक व्रत पोषधोपवास व्रत अतिथिसंविभाग व्रत 4. तपस्याविधि . 95-115 वीसस्थानक-तपविधि अष्टकर्मओली ( कर्मसूदनतप), . . रोहिणीतपविधि वर्धमानओली की विधि (वर्धमानआयंबिल तप) लघुपंचमी तप ज्ञानपंचमी तप 45 आगम तप पखवाडातपविधि . . . arma
SR No.004391
Book TitleJain Gyan Gun Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSaubhagyavijay
PublisherKavishastra Sangraha Samiti
Publication Year1936
Total Pages524
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size21 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy