________________ 398 श्री गोलनगरीय-पार्श्वनाथप्रतिष्ठा-प्रबन्ध .. (3) वदि 13 शुक्र-दश दिक्पाल तथा नवग्रह का पूजन स्थापन होगा और लुणिया मुंहता जुहारमल, चुनीलाल, धर्मचंद, वीरमचंद, नेणमल, गेवरचंद, रिखबचंद, बेटा पोता पीथाजी की तरफ से अष्टप्रकारी पूजा तथा नोकारसी होगी। __(4) वदि 14 शनि-सिद्धचक्र का पूजन होगा और कागरेसा सा० चूनीलाल, अखेराज, गणेशमल, बेटा पोता फूसाजी की तरफ से नवपदजी की पूजा तथा नोकारसी होगी। (5) वदि 30 रवि-चीसस्थानक का पूजन होगा और बंदा मुंहता जसराज, जीतमल, बेटा पोता धृडाजी की तरफ से वीसस्थानक की पूजा तथा नोकारसी होगी। . (6) वैशाख शुदि 1 सोम-च्यवनकल्याणकमहोत्सव होगा और भणशाली मुंहता गणेशमल, हरखचंद, भीमराज, जोइतमल, गेवरचंद, मीठालाल, रूपराज, भूरमल, बेटा पोता सुरताजी की तरफ से बारह व्रत की पूजा तथा नोकारसी होगी। (7) शुदि 2 मंगल-जन्मकल्याणकमहोत्सव होगा और आफणा सा० रामाजी, कालुराम माणकजी की तरफ से ज्ञानावरणीय कर्म की पूजा तथा नोकारसी होगी। . ... (8) शुदि 3 बुध-प्रतिमा, दंड, कलश आदि के अष्टादश अभिषेक होंगे और भणशाली मुंहता भेराजी, राजमल,