SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 17
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ संस्था को 20000 या 10000 अथवा तो 5000 की सहायता देने वाले व्यक्ति अथवा श्रीसंघ इसके क्रमशः पहले, दूसरे और तीसरे वर्ग के पेटून बनाये जाते हैं / . पेटूनों के बडे फोटू संस्था अपने खर्चे से बनवा कर मुख्य हॉल में स्थापित करेगी। .. पेट्रनों, मेम्बरों और अन्य खास सहायकों की शुभनामावली उनकी दी हुई सहायता के उल्लेख और संवत् मिति के साथ शिलाओं पर खुदवा कर वे शिलालेख हाल में लगवाये जायंगे। . किसी भी प्रकार की फुटकर मदद देनेवाले भाइयों को संस्था के नाम की पकी रसीदें दी जाती हैं। . विद्यार्थी भेजियेहमारी प्रार्थना केवल आर्थिक सहायता के लिये ही नहीं विद्यार्थी भेजने के सम्बन्ध में भी है / जिन मा बापों को अपने पुत्रों को धार्मिक के साथ 2 व्यावहारिक विद्या में प्रवीग बनाना हो वे उन्हें वर्धमान-जैन विद्याभवन में भर्ती करें / कम खर्च और कम समय में बच्चों को तैयार करनेवाली इसके सिवा दूसरी कोई संस्था नहीं है / . 7 साल से 14 साल तक के बालक इसमें भर्ती हो सकते हैं।
SR No.004391
Book TitleJain Gyan Gun Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSaubhagyavijay
PublisherKavishastra Sangraha Samiti
Publication Year1936
Total Pages524
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size21 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy