________________ त्रिमुख तुंबुरु बिदर्भ नंद श्रीजैनज्ञान-गुणसंग्रह 149 38 यक्ष .. 39 यक्षिणी 40 प्रथमगणधर गोमुख चक्केसरी 'पुंडरीक महायक्ष अजिता सिंहसेन दुरितारि चारु यक्षेश कालिका चजनाभ महाकाली चरम कुसुमयक्ष. अच्युता सुद्योत मातंग शांता विजय ज्वाला अजित सुतारका वराहक ब्रह्मयक्ष अशोका मनुजेश्वर श्रीवत्सा कौस्तुभ कुमारयक्ष चंडा' सुभूम षण्मुखयक्ष विजया मंदर पातालयक्ष अंकुशा किन्नरयक्ष प्रज्ञप्ति अरिष्ट गरुड निर्वाणी चक्रायुध गंधर्व अच्युता . शांब धरणी वैरुटया वरुण .. दत्ता मल्ली भृकुटी गांधारी शुभ गोमेध अंबिका वरदत्त पार्श्वयक्ष पद्मावती आर्यदिन्न मातंगयक्ष ... सिध्धायिका . इंद्रभूति 1 शप्तति शतस्थानकमें 'प्रवरा' नाम है. यक्षेन्द्र कुंभ भिषज