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________________ 882 अंग-पविटु सुत्ताणि अपज्जत्तगस्स उक्कोसिया ओगाहणा विसेसाहिया 40, तस्स चेव पज्जत्त. गस्स उवकोसिया ओगाहणा विसेसाहिया 41, पत्तेयसरीरबायरवणस्सइ. काइयस्स पज्जत्तगस्स जहणिया ओगाहणा असंखेज्जगुणा 42, तस्स चेव अपज्जत्तगस्स उक्कोसिया ओगाहणा असंखेज्जगुणा 43, तस्स चेव पज्जत्तग. स्स उक्कोसिया ओगाहणा असंखेज्जगुणा 44 // 650 // एयस्स णं भंते ! पुढविकाइयस्स आउक्काइयस्स ते उकाइयस्स वाउक्काइयस्स बणस्सइकाइयस्स कयरे काए सवसुहमे कयरे काए सव्वसुहुमतराए ? गोयमा ! वणस्सइकाइए सव्वसुहुमे वणस्सइकाइए सव्वसुहमतराए 1 / एयस्स णं भंते ! पुढविकाइयस्स आउक्काइयस्स तेउकाइयस्स वाउक्काइयस्स कयरे काए सव्वमुहमे कयरे काए सम्बसुहुमतराए ? गोयमा ! वाउक्काइए सवसुहमे वाउक्काइए सबसुहुम. तराए 2 / एयस्स णं भंते ! पुढविवकाइयस्स आउक्काइयस्स ते उक्काइयस्स कयरे काए सव्वसुहमे कयरे काए सवसुहुमतराए ? गोयमा ! ते उक्काए सव्वसुहुमे तेउक्काए सव्वसुहमतराए 3 / एयस्स णं भंते ! पुढविक्काइयस्स आउक्काइ. यस्स कयरे काए सव्वसुहमे कयरे काए सबसुहुमतराए ? गोयमा ! आउक्काए सव्वसुह मे आउक्काए सव्वसुहुमतराए 4 / एयस्स णं भंते ! पुढ विक्काइयस्स आउक्काइयस्स ते उक्काइयस्स वाउक्काइयस्स दणस्सइकाइयस्स कयरे काए सवबादरे कयरे काए सव्वबादरतराए ? गोयमा ! वणस्सइकाइए सव्वबादरे वणस्सइकाइए सव्वबादरतराए 1 / एयस्स णं भंते ! पुढविकाइयस्स आउ. क्काइयस्स तेउक्काइयस्स वाउक्काइयस्स कयरे काए सव्वबादरे कयरे काए सव्वबादरतराए ? गोयमा ! पुढविक्काए सब्दबादरे पूढविक्काए सव्वबादर. तराए 2 / एयस्स णं भंते ! आउवकाइयस्स तेउकाइयस्स वाउक्काइयस्स कयरे काए सव्वबादरे कयरे काए सव्ववादरतराए ? गोयमा ! आउक्काए सव्वबादरे आउक्काए सव्वबादरतराए 3 / एयस्स णं भंते ! तेउकाइयस्स वाउ. क्काइयस्स कयरे काए सम्वबादरे कयरे काए सव्वबादरतराए ? गोयमा ! तेउबकाए सव्वबादरे तेउक्काए सवबादरतराए 4 / केमहालए णं भंते ! पुढविसरीरे पण्णत्ते ? गोयमा ! अणंताणं सुहुमवणस्सइकाइयाणं जावइया सरीरा से एगे सुहमवाउसरीरे, असंखेज्जाणं सुहुमवाउसरीराणं जावइया सरीरा से एगे सुहमतेउसरीरे, असंखेज्जाणं सुहुमतेउकाइयसरीराणं जावइया
SR No.004390
Book TitleAngpavittha Suttani
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRatanlal Doshi, Parasmal Chandaliya
PublisherAkhil Bharatiya Sadhumargi Jain Sanskruti Rakshak Sangh
Publication Year1982
Total Pages1476
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari, agam_acharang, agam_sutrakritang, agam_sthanang, agam_samvayang, agam_bhagwati, agam_gyatadharmkatha, agam_upasakdasha, agam_antkrutdasha, & agam_anutta
File Size23 MB
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