________________ अंग-पविट्ठ सुत्ताणि इ वा पयायसाला इ वा विडिमसाला इ वा पासाइया इ वा जाव पडिरूवा इ वा एयप्पगारं भासं असावज्जं जाव अभिकंख भासिज्जा // 799 // से भिक्खू वा 2 बहूसंभूया वणफला पेहाए तहावि ते णो एवं वएज्जा तंजहा-पक्का इ वा पायक्खज्जाइ वा वेलोइयाइ वा टालाइ वा वेहिया इ वा एयप्पगारं भास सावज्जं जाव णो भासिज्जा // 800 // से भिक्खू वा 2 बहुसंभूयावणफला अंबा पेहाए एवं वएज्जा, तंजहा-असंथडा इ वा बहुणिवट्टिमफला इ वा बहुसंभूया इ वा भूयरूवित्ति वा एयप्पगारं भासं असावज्जं जाव भासेज्जा // 801 // से भिक्खू वा 2 बहुसंभूयाओ ओसहीओ पेहाए तहावि ताओ णो एवं वएज्जा, तंजहा—पक्का इ वा णीलिया इ वा छवीइ वा लाइमा इ वा भज्जिमा इ वा बहुखज्जा इ वा एयप्पगारं भासं सावजं जाव णो भासेज़्जा ||802 // से भिक्खू वा 2 बहुसंभूयाओ ओसहीओ पेहाए तहावि एवं वएज्जा,तंजहा-रूढा इ वा बहुसंभूया इ वा थिरा इ वा ऊसढा इ वा गम्भिया इ वा पसूया इ वा ससारा इ वा एयप्पगारं भासं असावज्जं जाव भासेज्जा // 803 // से भिक्खू वा 2 जहा वेगइयाइं सद्दाई सुणेज्जा, तहावि एयाई णो एवं वएज्जा, तंजहा–सुसद्दे इ वा दुसद्दे इ वा एयप्पगारं भासं सावज्जं जाव णो भासेज्जा, तहावि ताई एवं वएज्जा, तंजहा-सुसदं सुसद्दे त्ति वा दुसह दुसद्दे त्ति वा एयप्पगारं असावज्जं जाव भासेज्जा // 804 // एवं रूवाई कण्हे त्ति वा 5 गंधाई सुब्भिगंधे त्ति वा 2 रसाई तित्ताणि वा 5 फासाई कक्खडाणि वा 8 // 805 // से भिक्खू वा 2 वंता कोहं च माणं च मायं च लोहं च अणुवीइ णिट्ठाभासी णिसम्म भासी अतुरियभासी विवेगभासी समियाए संजए भासं भासेज्जा // 806 // एयं खलु तस्स भिक्खुस्स वा भिक्खुणीए वा सामग्गियं / / 807 // बीओद्देसो समत्तो / चउत्थं अज्झयणं समत्तं // // वत्थेसणा णाम पंचमं अज्झयणं / से भिक्खू वा 2 अभिकंखेज्जा वत्थं एसित्तए, से जं पुण वत्थं जाणिज्जा, तंजहा—जंगिय-भंगियं-साणयं-पोत्तयं-खोमियं वा तूलकडं वा तहप्पगारं वत्थं / / 808 // जे णिग्गंथे तरुणे जुगवं बलवं अप्पायंके थिरसंघयणे से एग वत्थं धारेज्जा