________________ 760 अंग-पविट्ठ सुत्ताणि णवरं असंखेज्जा भाणियच्वा // 466 // इमीसे णं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए तीसाए णिरयावाससयसहस्सेसु संखेज्जवित्थडेसु णरएसु किं सम्मविट्ठी णेर. इया उववज्जति मिच्छदिछी गैरइया उववज्जति सम्मामिच्छदिट्ठी गैरइया उववज्जति ? गोयमा ! सम्मदिट्ठीवि णेरइया उववज्जति, मिच्छादिट्ठीवि णेरइया उववज्जति, णो सम्मामिच्छदिट्ठी रइया उववज्जंति / इमोसे गं भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए तीताए ।णिरयादाससयसहस्सेसु संखेज्जवित्थडेसु णरएसु किं सम्मदिट्ठी रइया उध्वटुंति ? एवं चेव / इमीसे भंते ! रयणप्पभाए पुढवीए तीसाए णिरयावाससयसहस्सेसु संखेज्जवित्थडा परगा कि सम्मट्ठिीहि रइएहि अविरहिया मिच्छादिट्ठीहि णेरइएहि अविरहिया सम्मामिच्छदिट्ठीहिं गैरइएहि अविरहिया वा ? गोयमा ! सम्मद्दिीहिदि रइएहि अविरहिया मिच्छादिट्ठीहिवि रइएहि अविरहिया, सम्मामिच्छा. दिट्ठीहि णेरइएहि अविरहिया विरहिया वा, एवं. अखंखज्जवित्थडेसु वि तिण्णि गमगा भाणियन्वा एवं सक्करप्पभाएवि, एवं जाव तमाएवि / अहेसत्त. माए णं भंते ! पुढवीए पंचसु अणुत्तरेसु जाव संखेज्जवित्थडेसु णरए कि सम्महिट्ठी णेरइया पुच्छा, गोयमा ! सम्मद्दिट्ठी जेरइया ण उववज्जंति, पिच्छादिट्ठी रइया उववज्जति, सम्मामिच्छदिट्ठी रइया ण उववजंति, एवं उच्वटुंतिवि, अविरहिए जहेव रयणप्पभाए, एवं असंखेज्जवित्थडेसुवि तिणि गमगा॥४७०॥ से णूणं भंते! कण्हलेस्से णीललेस्से जाव सुक्कलेस्से भवित्ता कण्हलेस्सेसु णेरइएसु उववज्जंति, हंता, गोयमा ! कण्हलेस्से जाव उववज्जति / से केणठेणं भंते ! एवं वुच्चइ कण्हलेस्से जाव उववज्जति ? गोयमा ! लेस्सटाणेसु संकिलिस्समाणेसु 2 कण्हलेसं परिणमइ 2 ता कण्हलेसेसु रइएसु उववज्जंति, से तेणठेणं नाव उववज्जति / से पूणं भंते ! कण्ह. लेस्से जाव सुक्कलेस्से भवित्ता णीललेस्सेसु रइएसु उववज्जंति ? हंता गोयमा ! जाव उववज्जंति, से केणठेणं जाव उववज्जति ? गोयमा ! लेस्स. द्वाणेसु संकिलिस्समाणेसु वा विसुज्झमाणेसु णीललेस्सं परिणमइ 2 ता णीललेस्सेसु णेरइएसु उववज्जति, से तेणठेणं गोयमा ! जाव उववज्जति / से णणं भंते ! कण्हलेस्से णीललेस्से जाव भवित्ता काउलेस्सेसु णेरइएसु उववज्जति ? एवं जहा णीललेस्साए तहा काउलेस्साएवि भाणियव्वा जाव से तेणठेणं जाव उववज्जति / सेवं भंते ! सेवं भंते ! ति // 471 //