________________ 698 अंग-पविट्ट सुत्ताणि सरीरोगाहणा जहणेणं अंगुलस्स असंखेज्जइभाग, उक्कोसेणं धणुपुहुत्तं, सेसं तं चेव / सेवं भंते ! सेवं भंते ! ति // 406 // 11-2 // पलासे णं भंते ! एगपत्तए कि एगजीवे अणेगजीवे ?एवं उप्पलुद्देसगवत्तव्वया अपरिसेसा माणियव्वा, णवरं सरीरोगाहणा जहणेणं अंगुलस्स असंखेज्जइभागं उक्कोसेणं गाउयपुहुत्ता, देवा एएसु ण उववज्जति / लेसासु ते णं भंते ! जीवा किं कण्ह. लेसा णीललेसा काउलेसा० ? गोयमा ! कण्हलेस्से वा णीललेस्से वा काउलेस्से वा छव्वीसं भंगा, सेसं तं चेव / सेवं भंते ! 2 ति // 410 // 11-3 // कुंभिए गं भंते ! एगपत्तए कि एगजीवे अणेंगजीवे ? एवं जहा पलासुद्देसए तहा भाणियव्वे, णवरं ठिई जहण्णणं अंतोमहत्तं उक्कोसेणं वासपुहत्तं, सेसं तं चेव / सेवं भंते ! सेवं भंते ! ति // 411 // 11-4 // णालिए णं भंते ! एगपत्तए कि एमजीवे अणेगजीवे ? एवं कुंभिउद्देसगवतव्वया गिरवसेसं भाणि. यव्वा / सेवं भंते ! सेवं भंते ! ति // 412 // 11-5 // पउमे गं भंते ! एगपत्तए कि एगजीवे अणेगजीवे ? एवं उप्पलुद्देसगवत्तव्वया णिरवसेसा माणियव्वा / सेवं भंते ! सेवं भंते ! ति // 413 // 11-6 // कणिए गं भंते ! एगपत्तए कि एगजीवे० ? एवं चेव गिरवसेसं भाणियव्वं / सेवं भंते ! सेवं भंते ! ति // 414 // 11-7 // णलिणे गं भंते ! एगपत्तए कि एगजीवे अणेगजीवे ? एवं चेव गिरवसेसं जाव अणंतखुत्तो। सेवं भंते ! सेवं भंते ! त्ति // 415 // ___ एक्कारसं सयं णवमो उद्देसो तेणं कालेणं तेणं समएणं हत्थिणापुरे गामं गयरे होत्था वण्णओ, तस्स गं हथिणापुरस्स णयरस्स बहिया उत्तरपुरस्थिमे विसीभागे एत्थ णं सहसंब. वणे णाम उज्जाणे होत्था सव्वोउयपुप्फफलसमिद्धे रम्मे गंदणवणसंणिगासे सुहसीयलच्छाए मणोरमे साउप्फले अकंटए पासाईए जाव पडिरूवे / तत्थ णं हत्थिणापुरे णयरे सिवे णामं राया होत्था महयाहिमवंत० वण्णओ / तस्स गं सिवस्स रण्णो धारिणी णाम देवी होत्था सुकुमालपाणिपाया वण्णओ। तस्स णं सिवस्स रण्णो पुत्ते धारिणीए अत्तए सिवभद्दए णामं कुमारे होत्था सुकुमाल. जहा सूरियकंते जाव पच्चुवेक्खमाणे पच्चुवेक्खमाणे विहरइ / तए णं तस्स