________________ भगवई स. 9 उ. 34 681 गंभंते ! ताओ देवलोगाओ आउक्खएणं भवक्खएणं ठिहक्खएणं अणंतरं चयं चहत्ता कहिं गच्छंति कहिं उववज्जति ? गोयमा ! जाव चत्तारि पंच गेरइय. तिरिक्खजोणियमणुस्सदेवभवग्गहणाई संसारं अणुपरियट्टित्ता तओ पच्छा सिंझंति बुझंति जाव अंतं करेंति, अत्थेगइया अणाईयं अणवयग्गं वोहमद्धं चाउरंतसंसारकतारं अणुपरियद॒ति / जमाली गं भंते ! अणगारे अरसाहारे विरसाहारे अंताहारे पंताहारे लूहाहारे तुच्छाहारे अरसजीवी विरसजीवी जाव तुच्छजीवी उवसंतजीवी पसंतजीवी विवित्तजीवी ? हंता गोयमा ! जमाली गं अणगारे अरसाहारे विरसाहारे जाव विवित्तजीवी / जइ णं भंते ! जमाली अणगारे अरसाहारे विरसाहारे जाव विवित्तजीवी कम्हा गं भंते ! जमाली अणगारे कालमासे कालं किच्चा लंतए कप्पे तेरससागरोवमट्टिइएसु देवकिवि. सिएसु देवेसु देवकिग्विसियत्ताए उववण्णे ? गोयमा ! जमाली णं अणगारे आयरियपडिणीए उवज्झायपडिणीए आयरियउवज्झायाणं अयसकारए जाव वुप्पाएमाणे बहूई वासाई सामण्णपरियागं पाउणित्ता अद्धमासियाए संलेहणाए तीसं भत्ताई अणसणाए छेदेइ तीसं० 2 ता तस्स ठाणस्स अणालोइयपडिक्कते कालमासे कालं किच्चा लंतए कप्पे जाव उववणे // 388 // जमाली गं भंते ! देवे ताओ देवलोयाओ आउक्खएणं जाव कहिं उववज्जिहिइ ? गोयमा ! चत्तारि पंच तिरिक्खजोणियमणुस्सदेवभवग्गहणाई संसारं अणुपरियट्टित्ता तओ पच्छा सिज्झिहिइ जाव अंतं काहिइ / सेवं भंते ! सेवं भंते / ति // 36 // ___णवमं सयं चोत्तीसइमो उद्देसो तेणं कालेणं तेणं समएणं रायगिहे जाव एवं वयासी-पुरिसे णं भंते ! पुरिसं हणमाणे किं पुरिसं हणइ गोपुरिसं हणइ ? गोयमा ! पुरिसंपि हणइ णोपुरिसंपि हणइ / से केणठेणं भंते ! एवं वुच्चइ पुरिसंपि हणइ णोपुरिसंपि हणइ ? गोयमा ! तस्स णं एवं भवइ एवं खलु अहं एगं पुरिसं हणामि से गं एगं पुरिसं हणमाणे अणेगजीवा हणइ, से तेणठेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ पुरिसंपि हणइ गोपुरिसंपि हणइ / पुरिसे गं भंते ! आसं हणमाणे किं आसं हणइ णोआसे हणइ ? गोयमा! आसंपि हणइ णोआसेवि हणइ / से केणठेणं ? अट्ठो तहेव, एवं हत्थि सोहं वग्धं जाव चिल्ललगं / पुरिसे णं भंते ! अण्णयरं