________________ भगवई स. 6 उ. 9 559 इणठे / देवे गं भंते ! बाहिरए पोग्गले परियाइत्ता पभू ? हंता ! पभू। से गं भंते ! कि इहगए पोग्गले परियाइत्ता विउव्वइ तत्थगए पोग्गले परियाइत्ता विउव्वइ अण्णत्थगए पोग्गले परियाइत्ता विउव्वइ ? गोयमा ! णो इहगए पोग्गले परियाइत्ता विउग्वइ, तत्थगए पोग्गले परियाइत्ता विउव्वइ, णो अण्णत्थगए पोग्गले परियाइत्ता विउव्वइ, एवं एएणं गमेणं जाव एगवणं एग. रूवं 1 एगवणं अणेगरूवं 2 अणेगवण्णं एगरूवं 3 अणेगवणं अणेगरूवं 4 चउभंगो / देवे णं भंते ! महिड्डिए जाव महाणुभागे बाहिरए पोग्गले अपरियाइत्ता पभू कालयं पोग्गलं गोलगपोग्गलत्ताए परिणामेत्तए णीलगं पोग्गलं वा कालगपोग्गलत्ताए परिणामेत्तए ? गोयमा ! णो इणठे समठे, परियाइत्ता पभू / से गं भंते ! कि इहगए पोग्गले० तं चेव णवरं परिणामेइत्ति भाणियव्वं, एवं कालगपोग्गलं लोहियपोग्गलताए, एवं कालएणं जाव सुक्किलं, एवं णील. एणं जाव सुक्किल्लं, एवं लोहियपोग्गलं जाव सुक्किलताए, एवं हालिद्दएणं जाव सुक्किलं, तं-एवं एयाए परिवाडीए गंधरसफास० कक्खडफासपोग्गलं मउयफासपोग्गलत्ताए 2 एवं दो दो गरुयलहुय 2 सीयउसिण 2 गिद्धलुक्ख 2, वणई सम्वत्थ परिणामेइ, आलावगा दो दो पोग्गले अपरियाइत्ता परिया. इत्ता // 252 // अविसुद्धलेसे गं भंते ! देवे असमोहएणं अप्पाणेणं अविसुद्ध. लेसं देवं देवि अण्णयरं जाणइ पासइ 1? णो इणठे०, एवं अविसुद्धलेसे देवे असमोहएणं अप्पाणेणं विसुद्धलेसं देवं 3, 2 / अविसुद्धलेसे समोहएणं अप्पा. जेणं अविसुद्धलेसं देवं 3, 3 / अविसुद्धलेसे देवे समोहएणं अप्पाणेणं विसुद्धलेसं देवं 3, 4 / अविसुद्धलेसे समोहयासमोहएणं अप्पाणेणं अविसुद्धलेसं देवं 3, 5 / अविसुद्धलेसे समोहया० विसुद्धलेसं देवं 3, 6 // विसुद्धलेसे असमो० अविसुद्धलेसं देवं 3 1 / विसुद्धलेसे असमोहएणं विसुद्धलेसं देवं 3, 2 / विसुद्धलेसे गं भंते ! देवे समोहएणं अविसुद्धलेसं देवं 3 जाणइ० ?, हंता! जाणइ०। एवं विसुद्ध० समो० विसुद्धलेसं देवं 3 जाणइ ? हंता ! जाणइ 4 / विसुद्धलेसे समोहयासमोहएणं अविसुद्धलेसं देवं 3, 5 / विसुद्धलेसे समोहयासमोहएणं विसुद्धलेसं देवं 3, 6 / एवं हेढिल्लएहि अहिं ण जाणइ ण पासइ उरिल्ल. एहि चहि जाणइ पासइ / सेवं भंते ! सेवं भंते ! ति // 253 //