________________ 544 अंग-पविट्ट सुत्ताणि वत्थस्स जल्लियस्स वा पंकियस्स वा मइल्लियस्स वा रइल्लियस्स वा आणु. पुवीए परिकम्मिज्जमाणस्स सुद्धणं वारिणा धोवेमाणस्स सव्वओ. पोग्गला भिज्जंति जाव परिणमंति से तेणट्टेणं // 232 // वत्थस्स णं भंते ! पोग्गलोवचए किं पओगसा वीससा ? गोयमा ! पओगसावि वीससावि / जहा गं भंते ! पत्थस्स णं पोग्गलोवचए पओगसावि वीससावि तहा णं जीवाणं कम्मोवचए कि पओगसा वीससा ? गोयमा ! पओगसा णो वीससा। से केणठेणं ? गोयमा ! जीवाणं तिविहे पओगे पण्णत्ते, तंजहा-मणप्पओगे वइ० का०, इच्चे एणं तिविहेणं पओगेणं जीवाणं कम्मोवचए पओगसा णो वीससा, एवं सन्वेसि पंचेंदियाणं तिविहे पओगे भाणियव्वें / पुढवीकाइयाणं एगविहेणं पओगेणं एवं जाव वणस्सइकाइयाणं, विर्गालदियाणं दुविहे पओगे पण्णत्ते, तंजहा-वइपओगे कायपओगे य, इच्चेएणं विहेणं पओगेणं कम्मोवचए पओगसा णो वीससा, से तेणठेणं जाव णो वीससा एवं जस्स जो पओगो जाव वेमाणियाणं // 233 // वत्थस्स णं भंते ! पोग्गलोवचए कि साइए सपज्जवसिए 1 साइए अपज्जवसिए 2 अणाइए सपज्ज० 3 अणा० अप० 4 ? गोयमा ! वत्थस्स गं पोग्गलोवचए साइए सपज्जवसिए णो साइए अप० णो अणा० स० णो अणा० अप० / जहा गं भंते ! वत्थस्स पोग्गलोवचए साइए सपज्ज. णो साइए अप० णो अणा० सप० णो अणा० अप० तहा णं जीवाणं कम्मोवचए पुच्छा, गोयमा ! अत्थेगइयाणं जीवाणं कम्मोवचए साइए सपज्जवसिए अत्थे० अणाइए सपज्जवसिए अत्थे० अणाइए अपज्जवसिए णो चेव णं जीवाणं कम्मोवचए साइए अप० / से केण० ? गोयमा ! इरियावहियाबंधयस्स कम्मो. वचए साइए सप० भवसिद्धियस्स कम्मोवचए अणाइए सपज्जवसिए अभव. सिद्धियस्स कम्मोवचए अणाइए अपज्जवसिए, से तेणठेणं गोयमा ! एवं घुच्चइ अत्थे० जीवाणं कम्मोवचए साइए णो चेव णं जीवाणं कम्मोवचए साइए अपज्जवसिए / वत्थे णं भंते ! किं साइए सपज्जवसिए चउभंगो ? गोयमा ! वत्थे साइए सपज्जवसिए अवसेसा तिणिवि पडिसेहेयना / जहा णं भंते ! वत्थे साइए सपज्जवसिए णो साइए अपज्ज. णो अणाइए सप० णो अणाइए अपज्जवसिए तहा णं जीवाणं किं साइया संपज्जवसिया ? चउ. भंगो पुच्छा, गोयमा ! अत्यंगइया साइया सपज्जवसिया चत्तारिवि भाणि