________________ भगवई स. 5 उ. 5 527 ठेणं जगणं इहगए केवली जाव पा० // 195 // अणुत्तरोववाइया गं भंते ! देवा कि उदिण्णमोहा उवसंतमोहा सोणमोहा ? गोयमा ! णो उदिण्णमोहा उवसंतमोहा णो खीणमोहा // 196 // केवली गं भंते ! आयाणेहि जा० पा०? गोयमा ! णो इणटठे स० / से केणठेगं जाव केवली गं आयाणेहि ण जाणइ ग पासइ ? गोयमा ! केवली गं पुरथिमेणं मियंपि जाणइ अमियंपिजा. जाव णिवणे दंसणे केवलिस्स से तेण० // 197 // केवली णं भंते ! अस्सि समयंसि जेसु आगासपएसेसु हत्थं वा पायं वा बाहं वा ऊरं वा ओगाहित्ता गं चिट्ठइ पम् णं भंते ! केवली सेयकालंसिवि तेसु चेव आगासपएसेसु हत्थं वा जाव ओगाहित्ता गं चिद्वित्तए ? गोयमा! णो इ० / से केणठेणं भंते ! जाव केवली णं अस्सि समयंसि जेसु आगासपएसेसु हत्थं वा जाव चिट्ठइ णो णं पमू केवली सेयकालंसिवि तेसु चेव आगासपएसेसु हत्थं वा जाव चिट्ठित्तए ? गो० ! केवलिस्स गं वीरियसजोगसद्द व्वयाए चलाई उवकरणाई भवंति, चलोवगरणट्टयाए य गं केवली अस्सि समयंसि जेसु आगासपएसेसु हत्थं वा जाव चिट्ठइ णो णं पमू केवलो सेयकालंसिवि तेसु चेव जाव चिट्ठित्तए, से तेण→णं जाव वुच्चइ-केवली गं अस्सि समयंसि जाव चिद्वित्तए // 18 // पमू गं भंते ! चोद्दसपुव्वी घडाओ घडसहस्सं पडाओ पडसहस्सं कडाओ 2 रहाओ 2 छताओ छतसहस्सं दंडाओ दंडसहस्सं अभिणिव्वदे॒त्ता उवदंसेत्तए ? हंता! पभू। से केणठेणं पभू चउद्दसपुवी जाव उवदंसेत्तए ? गोयमा ! घउद्दसपुग्विस्स गं अणंताई दव्वाइं उक्करियाभेएणं भिज्जमाणाई लद्धाइं पत्ताई अभिसमण्णागयाइं भवंति, से तेणठेणं जाव उवदंसित्तए / सेवं भंते ! सेवं भंते ! ति // 16 // ___ पंचमं सयं पंचमो उद्देसो छउमत्थे णं मंते ! मणूसे तीयमणेतं सासयं समयं केवलेणं संजमेणं० जहा पढमसए चउत्थुद्देसे आलावगा तहा यव्वा जाव अलमत्थुत्ति वत्तव्वं सिया // 200 // अण्णउत्थिया णं भंते ! एवमाइक्खंति जाव परूवेंति सव्वे पाणा सव्वे भया सम्वे जीवा सम्वे सत्ता एवंभयं वेयणं वेति / से कहमेयं भंते ! एवं ? गोयमा ! जणं ते अण्णउत्थिया एवमाइक्खंति जाव वेदेति जे ते एव.